रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। शहर की पुरानी बस्ती स्थित वार्ड क्रमांक 12 के अजेय योद्धा जयंत ठेठवार के खिलाफ शिक्षाविद अनिल यादव चुनाव लड़ने के लिए भाजपा से टिकट की मांग कर रहे हैं। धाकड़ कर्मचारी नेता रहे अनिल यादव का दावा है कि अगर बीजेपी उन पर विश्वास जताएगी तो लाल टंकी क्षेत्र में वे विजय पताका लहरा सकते हैं।
छत्तीसगढ़ गठन के बाद परिसीमन से बने हालात में रायगढ़ का वार्ड नंबर 12 ऐसा क्षेत्र है, जहां भारतीय जनता पार्टी अपना खाता नहीं खोल पाई। दरअसल, इस वार्ड में नगर निगम के सभापति रहे जयंत ठेठवार 5 मर्तबे और उनकी जीवन संगिनी श्रीमती अर्चना ठेठवार एक बार पार्षद बनकर जनसेवा कर चुके हैं। चूंकि, जयंत का अपने गृहवार्ड में बड़ा जनाधार है, इस लिहाज से उन्हें अजेय योद्धा भी कहा जाता है। ऐसे में रिटायर्ड टीचर अनिल यादव ने वार्ड क्रमांक 12 से भाजपा से टिकट की मांग करते हुए सियासी पारा गर्म कर दिया है।
40 बरस तक शिक्षा विभाग में अपनी सेवा देने वाले अनिल यादव भी पुरानी बस्ती के जाने पहचाने नाम हैं। अविभाजित मध्यप्रदेश के रायगढ़ में छात्र राजनीति में सक्रिय रहे अनिल यादव केवड़ा बाड़ी स्थित जिस भूपदेव स्कूल में पढ़े, शिक्षा के उसी मंदिर में उन्होंने 18 वर्ष तक शिक्षक के तौर पर नौनिहालों को ज्ञानार्जन करवाते हुए “गुरु” का बखूबी उत्तरदायित्व निभाया। यही नहीं, 23 साल तक शिक्षक संघ के अध्यक्ष की बागडोर सम्हाल चुके अनिल यादव बीते 12 वर्ष से भारतीय जनता पार्टी से भी जुड़े हैं।
यही वजह है कि कांग्रेस के अभेद्य गढ़ कहे जाने वाले लाल टंकी क्षेत्र में भगवा ध्वज लहराने की मंशा के साथ शिक्षाविद अनिल यादव भाजपा से टिकट के प्रबल दावेदार हैं। राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि जयंत ठेठवार के खिलाफ सियासी मैदान में बीजेपी यदि अनिल यादव को मौका देती है तो यहां चुनाव न केवल रोचक होगा, बल्कि श्री यादव वार्ड नंबर 12 में श्री ठेठवार को कड़ी टक्कर भी देंगे। अब देखना यह है कि शिक्षाविद को भाजपा से आखिर क्या सिला मिलेगा।