नेगी और शाखा ने कहा – शांतिपूर्ण जन आंदोलन को कुचलने का प्रयास
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार की तानाशाही, हठधर्मिता और उद्योगपरस्त नीतियों का सबसे भयावह रूप रायगढ़ जिले के तमनार क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। गारे-पेलमा कोल ब्लॉक की फर्जी जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग को लेकर बीते 16 दिनों से शांतिपूर्ण धरने पर बैठे ग्रामीणों को गैर-संवैधानिक तरीके से न केवल गिरफ्तार किया, बल्कि उन पर जोर जबरदस्ती भी किया गया। यह कहना है कांग्रेस नेताओं का।

जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष नगेंद्र नेगी और शहर कांग्रेस अध्यक्ष शाखा यादव ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि भाजपा सरकार ने अपने उद्योगपति मित्रों के इशारे पर शांतिपूर्ण जन आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया है। यह कार्रवाई न केवल लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है, बल्कि संविधान और जनभावनाओं पर सीधा हमला है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन में जबरन पुलिस बल का प्रयोग कर सरकार ने पूरे तमनार क्षेत्र में भय और आतंक का माहौल निर्मित कर दिया है। ग्रामीण अपने जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार उद्योगों के हित में आम जनता की आवाज को दबा रही है।
उक्त प्रेस विज्ञप्ति के संबंध में जिला कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री दीपक मंडल बताया कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने तमनार जाकर आंदोलन कारियों से मुलाकात कर उन्हें समर्थन दिया था और आगे भी ग्रामीणों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस संघर्ष में पार्टी खड़ी रहेगी। कांग्रेस ने मांग की है कि गारे-पेलमा कोल ब्लॉक की फर्जी जनसुनवाई तत्काल निरस्त की जाए। गिरफ्तार ग्रामीणों को अविलंब रिहा किया जाए। आंदोलनकारियों पर की गई दमनात्मक कार्रवाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो। कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा और जल-जंगल-जमीन की लड़ाई को निर्णायक मुकाम तक पहुंचाया जाएगा। वहीं कांग्रेस ने तमनार क्षेत्र के लोगों से अपील की गई है कि लोग शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखें।
