रायगढ़ (सृजन न्यूज)। सावन मास के पवित्र अवसर पर नगर के घड़ी चौक से केवड़ा बाड़ी बस स्टैंड रोड स्थित रतेरिया धर्मशाला मे भव्य शिवपुराण कथा का आयोजन अखिल भारतीय धर्म संघ के प्रचार प्रमुख स्वामी करपात्री महाराज के आशीर्वाद एवं वेदांती महाराज के कृपा पात्र शिष्य पं. पवन कुमार त्रिपाठी प्रयागराज के व्यासत्व में हो रहा है।
प्रतिदिन शिव महापुराण के अलग-अलग प्रसंगों को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से सुनाकर पं. पवन कुमार त्रिपाठी शिव भक्तों को कृतार्थ कर रहे हैं । कथा स्थल में प्रतिदिन शाम 4 बजे से महिला एवं पुरुष श्रद्धालु जनों की भारी उपस्थिति देखी जा रही है। गत 24 जुलाई से प्रारंभ शिव महापुराण कथा का विश्राम 3 अगस्त को यज्ञ एवं तुलसी वर्षा भंडारा के साथ होगा ।
फैशन के चकाचौंध में अपनी परम्परा न भूले
कथा व्यास पं. पवन कुमार त्रिपाठी ने भगवान शिव पार्वती विवाह प्रसंग का संदर्भ देते हुए मर्यादा, लज्जा और स्थापित परम्पराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आज हम दिखावा और फैशन के दौड़ में अपनी प्रतिष्ठित परम्पराओं और अध्यात्मिक मूल्यों को भूलते जा रहे हैं, जो उचित नहीं है। भगवान शिव और पार्वती के विवाह प्रसंग को न केवल देवताओं, बल्कि समाज के लिए कल्याणकारी एवं संदेश परख बताते हुए पं. पवन कुमार त्रिपाठी ने श्रेताओं में शामिल मातृ समाज को कहा कि बिंदिया, सिंदूर, चूड़ी, चुनरी और घूंघट हमारी नारी शक्ति के लिए रूढ़ीवादी नहीं, बल्कि सनातन परम्परा तथा पति के दीर्घायु एवं सामाजिक प्रतिष्ठा और मान सम्मान का प्रतीक है।
शिव-पार्वती विवाह की निकली भव्य झांकी
कथा के अष्ठम दिवस 1 अगस्त को शिव महापुराण कथा प्रसंग में शिव-पार्वती विवाह का जीवंत स्वरूप प्रस्तुत कर भक्तों को प्रत्यक्ष अनुभूति के भाव से भगवान शिव के बारात की भव्य झांकी निकाली गई। कथा स्थल में भगवान शिव एवं पार्वती के वैवाहिक प्रसंग की प्रस्तुति दी गई, जहां भक्तों ने भोलेनाथ एवं मां पावर्ती के भव्य स्वरूप का दर्शन लाभ पाकर स्वयं को धन्य माना।