कहा – केंद्र की कथित जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आम जनता की आवाज बुलंद करने 14 दिसंबर पहुंचे दिल्ली
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी जरिता लैतफ़लांग ने गत 8 दिसंबर को रायगढ़ शहर और घरघोड़ा में अलग-अलग बैठकों के माध्यम से संगठन की रणनीति की समीक्षा की। आगामी राजनीतिक कार्यक्रमों, विशेषकर दिल्ली में प्रस्तावित “वोट चोर गद्दी छोड़” रैली को लेकर उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए और कहा कि प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ता पूरी एकजुटता के साथ केंद्र की कथित जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आम जनता की आवाज़ को बुलंद करें और 14 दिसंबर को दिल्ली पहुंचे।

प्रदेश प्रभारी ने एसआईआर से जुड़े मामलों की भी गहन चर्चा की और कहा कि एसआईआर पर कड़ी निगरानी रखी जाए तथा किसी भी स्तर पर जनहित के मुद्दों की अनदेखी न हो। उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों को क्षेत्रवार रिपोर्ट, बूथ स्तर की मजबूती और जनसंपर्क अभियान की प्रगति का पूरा विवरण सौंपने को कहा।

पहली बैठक रायगढ़ कांग्रेस भवन में शहर कांग्रेस की आयोजित की गई, जहां शहर कांग्रेस अध्यक्ष शाखा यादव पूर्व अध्यक्ष अनिल शुक्ला पूर्व विधायक प्रकाश नायक नेता प्रतिपक्ष सलीम निहारिया वरिष्ठ नेता दीपक पांडेय सहित प्रमुख पदाधिकारी एवं ब्लॉक स्तरीय कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे। बैठक में रायगढ़ के संगठनात्मक ढांचे, जनआंदोलन और सोशल मीडिया इकाई की सक्रियता पर विशेष चर्चा की गई।

इसके बाद दूसरी बैठक घरघोड़ा में ग्रामीण कांग्रेस की हुई। इस बैठक में विधायक लालजीत सिंह राठिया, ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष नगेंद्र नेगी, जिला प्रवक्ता दीपक मंडल, घरघोड़ा ब्लॉक अध्यक्ष शिव शर्मा, तमनार ब्लाक अध्यक्ष बिहारी लाल पटेल, नगर पंचायत के अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी, युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष उस्मान बेग और वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे। प्रदेश प्रभारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में खनन, मुआवजा, विस्थापन व रोजगार मुद्दों पर कांग्रेस की स्थिति और जनता के साथ सीधे संवाद को और मजबूत करने पर जोर दिया।
बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं में जोश देखने को मिला और दोनों स्थानों पर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस का हर सिपाही जनता के लिए संघर्षरत रहे, अन्याय के खिलाफ आवाज़ बुलंद करे और दिल्ली की रैली में छत्तीसगढ़ की मजबूत उपस्थिति सुनिश्चित करें। बैठक के अंत में बूथ स्तर तक संगठन के सशक्तीकरण, प्रशिक्षण कार्यक्रम और प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी विभाजित की गई। रायगढ़ और घरघोड़ा दोनों बैठकों को सफल और प्रेरक माना जा रहा है तथा आने वाले दिनों में कांग्रेस के कार्यक्रमों की गति और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।