Home राजनीतिक कांग्रेस को सुमन कुमार बरवा के रूप में मिला लोकप्रिय आदिवासी नेता

कांग्रेस को सुमन कुमार बरवा के रूप में मिला लोकप्रिय आदिवासी नेता

by SUNIL NAMDEO

रायगढ़ (सृजन न्यूज)। आयकर विभाग में जॉइन्ट कमिश्नर के पद से सेवानिवृत्त सुमन कुमार बरवा अब कांग्रेस के एक निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में स्थापित हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि उनके पिता और पूरा परिवार कांग्रेसी विचारधारा के कट्टर समर्थक थे और कांग्रेस सरकार के समय ही सुमन कुमार को अपने विद्या अध्ययन के लिए स्कॉलरशिप मिली थी।

         इसे वे याद करते हुए कहते हैं कि मैं आज आईआरएस के रूप में सेवानिवृत्त हुआ तो उसके पीछे कांग्रेस का बहुत बड़ा योगदान रहा है। अब मैं अपना शेष जीवन कांग्रेस को मजबूत करने में लगाना चाहता हूं। रायगढ़ में आयकर अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके सुमन कुमार बरवा एक प्रतिष्ठित गायक भी हैं उन्होंने अपनी मातृभाषा कुड़ुक उरांव में लोकगीतों का अपना एक एल्बम भी जारी किया है। सुमन कुमार बरवा प्रदेश के तमाम दिग्गज कांग्रेस नेताओं से मिल रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने खरसिया के विधायक एवं कांग्रेस शासन में पूर्व मंत्री उमेश पटेल से मुलाकात कर उन्हें अपने उद्देश्य के बारे में बताया और भविष्य में सहयोग हेतु निवेदन किया उमेश पटेल ने उन्हें कांग्रेस पार्टी से हर संभव सहयोग का अशवासन दिया है।

                         श्री बरवा मूलतः जशपुर जिले के निवासी हैं और कांग्रेसी कार्यकर्ता के रूप में अपनी सेवाएं देते हुए कांग्रेस को मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने खरसिया के कांग्रेस नेता रणवीर शर्मा, मनोज बघेल, राजेश अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, राजू शर्मा, दया अग्रवाल, सुखदेव डनसेना, अभय मोहंती से भी मुलाकात की। उन्होंने पत्थलगांव के पवन अग्रवाल, सुंदर लाल अग्रवाल, मनोरंजन सामंत और मनोज तिवारी से भी मुलाकात की। उनका कहना है कि पहले पार्टी के लिए काम करना है फिर पार्टी के दिशा निर्देश पर उनके मार्गदर्शन पर आम जनता के लिए अपनी सेवाओं को समर्पित करना है।

          उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार प्रदेश में केवल राजस्व वसूली करके किसी तरह महतारी वंदन योजना के लिए रकम इकट्ठा कर रही है, जबकि अन्य कार्यों के प्रति वह बिल्कुल उदासीन है। शहरों के विकास का अता पता नहीं है वहीं गांव की हालत बहुत खराब है यहां पर मूलभूत सुविधाओं की भी बेहद कमी है उन्होंने कहा कि वह आने वाले दिनों में सुदूर ग्रामीण इलाकों का दौरा करके वहां की समस्याओं को प्रमुखता से राज्य शासन के सामने प्रस्तुत करेंगे और इसका माकूल हल निकालने के लिए पत्राचार करेंगे परंतु यदि सरकार की तरफ से कोई ठोस पहल नहीं होती है तो वह लोकतांत्रिक तरीके से इसका पुरजोर विरोध करेंगे।

              बहरहाल सुमन कुमार बरवा के रूप में कांग्रेस को एक मजबूत कार्यकर्ता के साथ-साथ एक लोकप्रिय आदिवासी नेता मिला है जिसका फायदा कांग्रेस को अवश्य मिलेगा।

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