रायगढ़ (सृजन न्यूज)। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने कांग्रेस की महालक्ष्मी न्याय योजना पर कांग्रेस के दोहरे मापदंडों पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने सदैव महिलाओं के साथ छल करके केवल वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करने का राजनीतिक चरित्र प्रदर्शित किया है। श्रीमती सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में गंगा मैया की सौगंध खाकर महिलाओं से धोखा किया और अब महालक्ष्मी न्याय योजना के नाम पर कांग्रेस देश की मातृशक्ति को ठगने का काम कर रही है।
कांग्रेस महालक्ष्मी योजना को लेकर ढोल तो खूब पीट रही है, लेकिन अपने घोषणापत्र में वह इस बारे में कुछ और कह रही है। श्रीमती सोलंकी ने इस योजना को लेकर कांग्रेस के प्रचार के ढोल की पोल खोलते हुए कांग्रेस घोषणापत्र में उल्लिखित बिंदुओं का खुलासा किया। कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि नए प्रत्येक भारतीय गरीब परिवार को बिना शर्त नगद हस्तांतरण के रूप में 1 लाख रुपए प्रतिवर्ष प्रदान करने के लिए एक महालक्ष्मी योजना शुरू करने का संकल्प लिया है। हितग्राहियों की पहचान सबसे जरूरतमंद परिवारों में से की जाएगी। इसी प्रकार यह राशि सीधे घर की सबसे बुजुर्ग महिला के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी। बुजुर्ग महिला नहीं रहने पर इस परिवार के सबसे बुजुर्ग सदस्य के खाते में हस्तांतरित की जाएगी। योजना को चरणों में शुरू किया जाएगा और लाभार्थी परिवारों की संख्या और गरीबी उन्मूलन पर इसके प्रभाव का आकलन करने के लिए हर साल समीक्षा की जाएगी।
कांग्रेस एक तरफ प्रत्येक महिलाओं को एक लाख रु. सालाना देने की बात कह रही है जबकि उसका घोषणापत्र कह रहा है कि गरीब परिवारों की किसी एक महिला को यह राशि दी जाएगी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की पूर्ववर्ती भूपेश सरकार द्वारा महिलाओं के साथ की गई धोखाधड़ी का जिक्र करते हुए श्रीमती सोलंकी ने कहा कि महतारी सम्मान योजना के तहत प्रति माह 500 रुपए और विधवा और वृद्ध महिलाओं को 1000 रुपए का वादा करके पाँच साल में एक रुपया तक महिलाओं को नहीं दिया गया और अब 8,333 रुपए हर माह देने का वादा करके सत्ता हासिल करने कांग्रेस किस स्तर तक मातृशक्ति के साथ धोखाधड़ी करने की मंशा पाले बैठी है! कांग्रेस यह भी नहीं बता पा रही है कि महिलाओं को यह राशि देने के लिए उसके पास पैसे आएंगे कहाँ से?