रायगढ़ (सृजन न्यूज)। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी का चाल चरित्र और चेहरा प्रदेश वासियों के सामने अभी से आने लग गया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार अभी जुम्मा-जुम्मा ही बनी हैं पर उनके दुर्भावना पूर्ण कृत्य व संकीर्ण दिमाग की मानसिकता प्रत्यक्ष रूप से तब प्रदेशवासियों के सामने आ गई जब इन्होंने “स्वामी आत्मानंद स्कूल का नाम बदलकर पीएमश्री करने का आदेश जारी कर दिया”
अनिल शुक्ला ने कहा ऐसा फरमान जारी कर के भाजपा पार्टी छत्तीसगढ़ के साधु संतों का अपमान कर रही है। पीएमश्री स्कूल बनाना ही था तो नये स्कूल खोले लेते, आत्मानंद स्कूल ही क्यों?
अनिल शुक्ला ने कहा स्वामी आत्मानंद स्कूलों का नाम बदले जाने का कांग्रेस हर स्तर पर विरोध करेगी। उन्होंने आगे कहा कि स्वामी आत्मानंद जी छत्तीसगढ़ में जन्में एक विद्वान संत और विश्वविख्यात आध्यात्मिक व्यक्तित्व थे और इसीलिए ही कांग्रेस की सरकार ने इस योजना का नाम उनके नाम पर रखा था। अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार उनके नाम को हटाना चाहती है। भाजपा सरकार उनके नाम को सिर्फ इसलिये बदलना चाहती है कि उनके नामों को पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने शुरू किया था। छत्तीसगढ़ के एक विश्वविख्यात संत और आध्यात्मिक व्यक्ति के नाम पर चल रही योजना का नाम बदलने से पता चलता है कि अब भाजपा को संतों और धार्मिक व्यक्तियों से भी दिक्कत होने लगी है।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी आत्मानंद छत्तीसगढ़ की विभूति है, उनके नाम से जो स्कूल चालू किया गया था यह स्कूल एक महत्वकांक्षी योजना के तहत शुरू किया गया था। गरीबों के बच्चों को मुफ्त अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दी गयी और उसके सार्थक परिणाम भी सामने आये। 10 वीं और 12 वीं में 75 फीसदी से अधिक बच्चे प्रवीण्य सूची में आये। ऐसे में स्कूल का नाम दलीय दुर्भावना से बदला जाना दुर्भाग्यजनक है। भारतीय जनता पार्टी के इन स्कूलों के सामने पीएम श्री लगायेगी। प्रधानमंत्री का या केन्द्र सरकार का इन स्कूलों के स्थापना में क्या योगदान है? पिछले 5 महीनों से इन स्कूलों के शिक्षकों को वेतन क्यों नही दिया जा रहा है सीधे-सीधे इन स्कूलों को बंद करने की साजिश भारतीय जनता पार्टी कर रही है। यह छत्तीसगढ़ के गरीब, मध्यम बच्चों के साथ अन्याय है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि स्वामी आत्मानंद के तहत लगभग 700 स्कूल है। उन स्कूलों पर स्ट्रक्चर डेवलपमेंट किया जा चुका है। स्कूलों में अच्छे शिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है। स्कूलों में बच्चो की भर्ती शुरू हो चुकी है। परीक्षा परिणाम बेहतर आ रहे है। पीएमश्री के माध्यम से कुछ नया करता चाहते है, कुछ नया जोड़ना चाहते है तो नये स्कूलों का चयन करना चाहिये। स्वामी आत्मानंद स्कूलों को ही टारगेट किया जाना सरकार की बदनीयती को दर्शाता है।
अनिल शुक्ला ने कहा कि बीजेपी की इस दुर्भवना वाली नीति की हम सब कांग्रेसजन पुरजोर विरोध करते हैं। हम प्रदेश शासन से भी अपेक्षा करते हैं कि दुर्भावनाओं की आंच से शैक्षणिक संस्थाओं को मुक्त करें और 5 साल के लिए मिली सत्ता में ऐसा कोई कार्य न करे जिससे जनता के बीच जाने में बीजेपी वालों को शर्मिंदगी महसूस हो।