Home छत्तीसगढ़ सत्संग से ही होती है गोविंद की प्राप्ति – अनिरुद्ध शिवानंद

सत्संग से ही होती है गोविंद की प्राप्ति – अनिरुद्ध शिवानंद

by SUNIL NAMDEO EDITOR


जशपुर (सृजन न्यूज)। कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। जिला मुख्यालय के सन्ना रोड में बनारस से पधारे आचार्य विष्णुदेव मिश्र के मार्गदर्शन में  वृन्दावन से पधारे अनिरुद्ध शिवानंद महाराज के नेतृत्व में कथा आयोजन किया गया है। शुक्रवार को कथा स्थल से कलश यात्रा के माध्यम से पक्की दाढी से पवित्र जलस्त्रोत से जल भरने के साथ शुरू हुई। आयोजन स्थल पर धार्मिक विधि एवं मंत्रोच्चरण के साथ स्थापित किया गया।

            आरती के साथ शुरू किए गए श्रीमद् भागवत कथा में वृन्दावन से पधारे से अनिरुद्ध शिवानंद महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सर्वप्रथम भागवत कथा की महिमा से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि विश्व में सभी कथाओं में ये श्रेष्ठ मानी गई है। जिस स्थान पर इस कथा का आयोजन होता है, वो तीर्थ स्थल कहलाता है। इसका सुनने एवं आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियां को ही मिलता है। ऐसे में अगर कोई दूसरा अन्य भी इसे गलती से भी श्रवण कर लेता है, तो भी वो कई पापों से मुक्ति पा लेता है इसलिए सात दिन तक चलने वाली इस पवित्र कथा को श्रवण करके अपने जीवन को सुधारने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए।

        उन्होंने आगे महा कि अगर कोई सात तक किसी व्यस्तता के कारण नहीं सुन सकता है, तो वह दो तीन या चार दिन ही इसे सुनने के लिए अपना समय अवश्य निकालें तब भी वो इसका फल प्राप्त करता है, क्योंकि ये कथा भगवान श्री कृष्ण के मुख की वाणी है, जिसमें उनके अवतार से लेकर कंस वध का प्रसंग का उल्लेख होने के साथ साथ इसकी व्यक्ति के जीवन में महत्ता के बारे में भी बताया गया है। इसके सुनने के प्रभाव से मनुष्य बुराई त्याग कर धर्म के रास्ते पर चलने के साथ साथ मोक्ष को प्राप्त करता है।

          प्रथम दिवस महातम कथा का वाचन किया। सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन सन्ना रोड निवासी मिथलेश पाठक के परिवार के द्वारा कराया जा रहा है। भागवत कथा के आयोजन में वृंदावन से पधारे नीरज ओझा सहित बड़ी संख्या में नगरवासी शामिल हुए।

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