ग्रामीणों के आंदोलन पर गिरी गाज, सरपंच और सचिव पर 4 लाख रूपए रिकवरी आदेश
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। जिले में सबसे अधिक सुर्खियों में रहने वाला घरघोड़ा तहसील है। यहां अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की कारगुजारियों के चलते भ्रष्टाचार से लेकर शासन की बेशकीमती जमीन कब्जाने का आरोप था पुष्टि भी हुई है। ऐसे में ग्राम पंचायत बैहामुड़ा के जागरूक ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार के साथ ही जमीन कब्जे पर शिकायत दर्ज करवाई है। वार्ड नंबर 2 नगर पंचायत भाजपा पार्षद पर आबादी भूमि कब्जा कर दीवार खड़े करने का आरोप सामने आया है।
दरअसल, पंचायत के जागरूक ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत से 2021 से 2024 तक 43 लाख रुपए सरपंच और सचिव द्वारा गलत तरीके से आहारण की शिकायत जिला पंचायत रायगढ़ से लेकर घरघोड़ा एसडीएम व कलेक्टर को की गई थी। शिकायत पर जिला पंचायत द्वारा टीम गठित कर शिकायत के 14 बिंदुओं पर जांच की गई। इसमें सरपंच-सचिव को 413000 रिकवरी का आदेश दिया गया, लेकिन ना अब तक ना कोई रिकवरी हो पाई है ना ही कोई कार्यवाही। ऐसे में यह आदेश मानो केवल खानापूर्ति की तर्ज पर नजर आ रहा है।
इधर, समय से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई ना होने से नाराज ग्रामीण स्थानीय अधिकारियों को बिंदुवार ज्ञापन सौंप कर 31 जुलाई को घरघोड़ा बायपास चौक पर हड़ताल में बैठ गए। इसकी भनक लगते ही घरघोड़ा एसडीएम द्वारा मौके पर आकर 10 दिन में कार्यवाही का आश्वासन देकर आंदोलन को स्थगित करवाया गया। चूंकि, 10 रोज का समय मियाद खत्म हो रहा है, अब देखना यह होगा प्रशासनिक अधिकारी आंदोलनकारी ग्रामीणों को दिए आश्वासन पर कितना खरा उतरते हैं। सूत्रों की माने तो राजनीतिक दबाव में अधिकारी कार्यवाही करने से पीछे हट रहे हैं।
सत्ता के रसूख से भाजपा पार्षद ने कब्जियाई जमीन
संतोष पटैल और ग्रामवासी ने कलेक्टर के नाम दिए आवेदन में बताया कि भाजपा पार्षद ने जमीन कब्जा रसूख के दम पर जमीन कब्जिया लिया है। शिकायत पत्र के मुताबिक घरघोड़ा नगर पंचायत के वार्ड 2 की पार्षद आरती जायसवाल पर पंचायत के आबादी भूमि खसरा नंबर 529/11 पर कब्जा कर दीवार निर्माण करने का आरोप लगा है। शिकायत के बाद भी अभी तक जमीन की नापजोख करना प्रशासनिक अधिकारी उचित नहीं समझे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके द्वारा घरघोड़ा तहसीलदार पटवारी, राजस्व अधिकारी सभी से शिकायत की गई लेकिन रसूख और पैसे के दबाव में कार्रवाई नहीं हुई है। इस तरह वे अब उच्च अधिकारियों के समक्ष आवेदन करेंगे। दूसरी तरफ इस मामले में घरघोड़ा एसडीएम रमेश मोर का कहना है कि इस प्रकरण की जांच जनपद सीईओ और तहसीलदार कर रहे हैं। जांच के बाद ही प्रतिवेदन उपरांत कार्रवाई होगी।






