भारत रत्न की मूर्ति का अपमान मामले में पुलिस को मिली कामयाबी, दोनों आरोपी गिरफ्तार
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। शहर के चक्रधर नगर इलाके में जिला न्यायालय के समीप सुरक्षा व्यवस्था को ताक में रखकर भारत रत्न डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर मिट्टी लगाने की बहुचर्चित घटना में पुलिस के हाथ आशातीत सफलता लगी है। दरअसल, रैनबसेरा के लिए रुके दो हमालों ने नशे की झोंक में इस निंदनीय कृत्य को अंजाम दिया। चूंकि, दोनों हमालों को इल्म नहीं था कि उनकी यह शरारत उनको ऐसे पचड़े में फंसायेगी कि उनको लुकना छिपना तक पड़ेगा, लेकिन पुलिस ने उन्हें ढूंढ लिया और जेल भेज दिया।
9 जून
की सुबह अंबेडकर चौक पर स्थित भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर
की प्रतिमा पर हुई छेड़छाड़ को देखकर आम नागरिकों ने पुलिस को सूचना दी। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्ष
क दिव्यांग कुमार पटेल द्वारा तत्काल नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला एवं साइबर सेल डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया
।
इसमें थाना प्रभारी चक्रधरनगर, जूटमिल, पूंजीपथरा, पुसौर, छाल और प्रभारी साइबर शामिल थे। इन टीम में साइबर सेल और विभिन्न थानों के जवानों को अलग-अलग कार्यों में लगाया गया। वहीं पुलिस अधीक्षक ने अपने इंटेलिजेंस विभाग को सभी गतिविधियों पर निगाह रखने लगाए तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सर्व विभाग प्रमुखों से व्यक्तिगत चर्चा कर उन्हें आश्वस्त कराए कि शीघ्र ही घटना कारित करने वाले आरोपियों को पकड़ा जावेगा और पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन पर सुनियोजित तरीके से घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी और सभी रूट के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।
टावर डम्प लेकर करीब 5 लाख नंबरों का एनालिसिस किया गया
। एक टीम ह्यूमन हिंट और संदिग्धों से पूछताछ की जा रही थी। इसी बीच एक सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को लीड मिली जिसमें दो संदिग्ध व्यक्ति देखे गए जिनमें एक युवक के बजरंग पारा जूटमिल के रमेश जोशी तथा दूसरा जोगीडिपा रायगढ़ के वीरेंद्र सारथी की पुष्टि हुई। जिनके संबंध में ह्यूमन हिंट से पता चला कि दोनों मजदूरी (हमाली) का काम करते हैं और कई बार रात में इन्हें साथ घूमते भी देखा गया है
, जिन्हें फुटेज दिखाकर पूछताछ किया गया पूछताछ में उन्होंने अपराध स्वीकार किया। आरोपियों के स्वीकारोति बयान में बता
या कि 8 जून को दोनों मजदूरी हमाली का काम करने पटेलपाली गए थे
। शाम को दोनों साथ खाए पिए और रात को रमेश जोशी के घर बजरंग पारा गए। जहां रमेश की पत्नी ने दोनों की अवस्था देखकर विवाद की और घर से भगा
दिया।
फिर दोनों सोने के लिए शहर में इधर-उधर घूमते हुए पैदल अंबेडकर चौक पहुंचे। अंबेडकर की प्रतिमा के पास लाईट का उजाला देखकर रूके
, फिर बद
नीयति से प्रतिमा के नीचे जमीन की गीली मिट्टी प्रतिमा पर लगाकर पैदल ही वीरेंद्र के घर जोगीडिपा चले गए। अगले दिन इन्हें जानकारी हुई की घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है तब यह पुलिस से लुक छिप रहे थे। आरोपियों के मेमोरेंडम पर पुलिस ने घटना समय पहने दोनों के कपड़े बरामद किया है
, जिसका घटना समय के फटेज से मिलान हुआ है । दोनों आरोपियों को घटना के संबंध में थाना चक्रधरनगर
में धारा 298, 324
(3),353( 2), BNS जोड़ने धारा 299, 302, 196(1) (क)(ख) 196(2), 324(3) लोक संपत्ति निवारण अधिनियम की धारा 9 एवं लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 3(1) के तहत आरोपी रमेश जोशी पिता कैलाश जोशी उम्र 40 वर्ष निवासी बजरंग पारा थाना जूटमिल जिला रायगढ़ एवं वीरेंद्र सारथी पिता राम रतन सारथी उम्र 28 साल निवासी जोगीडिपा रायगढ़ गिरफ्तार कर न्यायालय रिमांड पर पेश किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के मार्गदर्शन पर प्रकरण के शीघ्र पटाक्षेप में सीएसपी आकाश शुक्ला, डीएसपी साइबर सेल अनिल विश्वकर्मा, थाना प्रभारी चक्रधर
नगर निरीक्षक अमित शुक्ला , थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक प्रशांत राव, थाना प्रभारी छाल निरीक्षक मोहन भारद्वाज, थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक राकेश मिश्रा, थाना प्रभारी पुसौर रामकिंकर यादव, साइबर प्रभारी निरीक्षक नासिर खान के साथ साइबर सेल, थाना चक्रधरनगर, जूटमिल, पुसौर, छाल, पूंजीपथरा, कोतवाली के स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।

