Home छत्तीसगढ़ समाज को संवेदनशील बनाने में फोरम की भूमिका सराहनीय : भोगल

समाज को संवेदनशील बनाने में फोरम की भूमिका सराहनीय : भोगल

by SUNIL NAMDEO EDITOR

मानव अधिकार दिवस पर सोशल फोरम ने संगोष्ठी का किया यादगार आयोजन

बिलासपुर (सृजन न्यूज़)। मानव अधिकार दिवस पर मंगलवार को सोशल फोरम ऑन ह्यूमन राईट्स छत्तीसगढ़ ने न्यायधानी यानी बिलासपुर में गुरु तेग बहादुर शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष एवं अग्रणी समाजसेवी अजीत सिंघ भोगल के मुख्य आतिथ्य मे सत्ताईस खोली चौक स्थित वाईट हाऊस में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस की संध्या एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

                       कार्यक्रम में अतिथियों ने देश के संविधान में नागरिकों को प्राप्त अधिकारों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने हक के लिए लड़ने का कानूनी अधिकार है, इसके लिए उसे बिना किसी हिचक और डर के लड़ना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अजीत सिंघ भोगल ने कहा कि मानव अधिकार लोकतंत्र की आधार शिला है। इसकी मजबूती में देश की वास्तविक ताकत छिपी हुई है।

                         उन्होंने कहा कि अधिकारों के लिये समाज को संवेदनशील बनाने में सोशल फोरम ऑन ह्यूमेन राइट्स की भूमिका सचमुच में सराहनीय है। संगठन पूरी तत्परता से इस दिशा में काम कर रहा है। कार्यक्रम का संचालन सोशल फोरम के छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष गनपत चौहान ने किया। एक घंटे तक चली उक्त संगोष्ठी मे उपस्थित सभी वक्ताओं ने मानव हितों के संरक्षण के लिए उल्लेखनीय विचार व्यक्त करते हुए न्यायधानी मे पीड़ितों को न्याय दिलवाने का फोरम के माध्यम से कार्य करने का संकल्प लिया गया।

  फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष के.एस. चौहान और राष्ट्रीय महासचिव वाहिद सिद्दीकी के नेतृत्व मे देश के विभिन्न प्रदेशों मे चल रहे फोरम की गतिविधियों की गनपत चौहान ने विस्तार से बतलाते हुए बिलासपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों मे 2025 तक संगठनात्मक ढ़ांचा खड़ा कियें जाने हर संभव प्रयास किये जाने की बात कही।

           इस अवसर पर विरेन्द्र वर्मा, सुखजीत सिंघ भोगल, अमरदेव सिंघ भगत, सुभाष जैना, मनोज यादव, राजेश कुमार राजपूत, मनमोहन देवांगन, संजीव गुप्ता, नीरज सिंह, चन्दन यादव उपस्थित रहे।

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