रात में मोटर सायकिल लेकर निकले थे, सुबह लाखा डैम के पास खून से लथपथ हालत में पड़े मिले
रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। सुनील इस्पात में काम करने वाले दो मजदूरों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। दोनों युवक रात में मोटरसाइकिल लेकर निकले थे और दूसरी सुबह लाखा डैम के पास खून से लथपथ हालत में पड़े मिले। आशंका है कि वे किसी हादसे का शिकार हुए हैं। कोतवाली पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक जिला मुख्यालय से तकरीबन 13 किलोमीटर दूर रायगढ़-घरघोड़ा नेशनल हाइवे स्थित ग्राम पंचायत लाखा में बीते गुरुवार पूर्वान्ह करीब पौने 11 बजे उस समय सनसनी फैल गई, जब लाखा डैम के पास रोड किनारे दो संदिग्ध परिस्थितियों में युवक रक्तरंजित हालत में बेसुध पड़े मिले। चूंकि, दोनों में से एक युवक की सांसें थम चुकी थी इसलिए जागरूक युवकों ने मौके की नजाकत को भांप तत्काल 112 नंबर डायल कर सूचना दी। कुछ देर में एम्बुलेंस पहुंचने पर दोनों युवकों को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लेकर गए तो डॉक्टर ने प्राथमिक परीक्षण में एक को मृत घोषित कर दिया और दूसरे अधमरे का सघन उपचार शुरू हुआ, लेकिन कुछ देर में उसकी भी मौत हो गई।
दूसरी तरफ जिला चिकित्सालय के मर्च्यूरी रूम में लावारिस की तरह पड़े दोनों लाशों की शिनाख्त सुनील इस्पात के मजदूरों के तौर पर हुई। पुलिस पूछताछ में पता चला कि सक्ती जिले के डभरा थानांतर्गत ग्राम बगरैल निवासी उदय टंडन पिता स्व. राजकुमार टंडन (21 साल) और डभरा के ही ग्राम भांठा निवासी दिनेश रौतिया पिता अजय कुमार (22 वर्ष) लाखा से लगे ग्राम चिराईपानी स्थित सुनील इस्पात कंपनी में ठेकेदार जेडी के मातहत सालभर से मजदूरी का काम करते थे। बीते 6 अगस्त की रात उदय और दिनेश अपने श्रमिक मित्र राजेश यादव की मोटरसाइकिल (क्रमांक – सीजी 11 बीएफ 3486) को मांगकर दोस्त दिलेश के साथ निकला था। दूसरे रोज यानी 7 अगस्त के पूर्वान्ह लगभग 11 बजे लाखा डैम के पास रोड के पास दोनों गिरे पड़े थे। चूंकि, बेहोश पड़े दोनों युवक के मुंह और नाक से खून बह रहा था, इसलिये लोगों ने पुलिस की मदद ली थी।
बहरहाल, सुनील इस्पात के ठेका श्रमिक के तौर पर दोनों युवकों की पहचान होने के बाद कोतवाली पुलिस पोस्टमार्टम की कार्रवाई करवा रही है, ताकि उनकी मौत की असल वजह सामने आ सके।