रायगढ़ (सृजन न्यूज)। प्रकृति और संस्कृति को संजोये रखते हुये ऐतिहासिक आदिवासी परंपराओं को अक्षुण्ण बनाने के लिये विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है।
इसी क्रम में आज विकास खंड पुसौर के अंतर्गत संकुल केंद्र पंचपारा के प्राथमिक शाला कोसमंदा में विकास खंड शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार पटेल, बीआरसी शैलेन्द्र मिश्रा, प्रभारी प्राचार्य पंचपारा बोधराम साव, सीएसी श्रवण कुमार साव के कुशल मार्गदर्शन में विगत वर्षों से शनिवार को बस्ताविहीन दिवस के रूप में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर बच्चों को बाहरी ज्ञान प्रदान किया जा रहा है। इस दिन बच्चों से विभिन्न गतिविधियां करवाई जाती है। जैसे -स्थानीय त्यौहार, खेल, चित्रकला, रंगोली आदि से पुस्तकीय ज्ञान के अलावा बाहरी ज्ञान देकर समुदाय से जोड़े रखने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी कड़ी में 10 अगस्त को शनिवारीय गतिविधि में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन किया गया।बच्चे आदिवासी परिधान में स्कूल आए हुए थे, जो अभिभावकों की सक्रियता को प्रदर्शित करता है। शिक्षकों ने बच्चों को आदिवासी लोगों के रहन सहन के बारे में बताया, साथ ही बच्चों द्वारा कई आदिवासी गीतों में नृत्य किया गया। जल, जगंल, जमीन को आदिवासियों द्वारा संरक्षित रखने की भी परंपरा रही है जिसे बच्चों के साथ कार्यक्रम में जनमानस को बताया गया।
कार्यक्रम में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के पालक सदस्य अक्षय यादव, दुर्योधन प्रधान सहित संस्था प्रमुख श्रीमती रंजीता महाणा, शिक्षिका सरोजिनी सिदार, श्रीमती सुजाता गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम में स्कूली बच्चे, पालक अभिभावक, महिला समूह एवं ग्रामवासी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।