रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। रायगढ़ के मधुगुंजन संगीत समिति द्वारा आयोजित चौथे अखिल भारतीय नृत्य संगीत कला प्रतियोगिता और नृत्य महोत्सव में 12 वर्षीया सौम्या नामदेव ने कत्थक (रायगढ़ घराना) नृत्य में अपनी विशेष प्रस्तुति दी। इस महोत्सव में देशभर के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। सौम्या का यह विशेष प्रदर्शन रायगढ़ जिले और उसके कत्थक घराने के लिए गौरव का विषय बना।
सौम्या नामदेव एक युवा और प्रतिभाशाली कत्थक नृत्यांगना हैं, जिन्होंने केवल 7 वर्ष की आयु में नृत्य की शिक्षा शुरू की थी। वे पिछले 5 वर्षों से ‘माँ वैष्णवी संगीत महाविद्यालय’ में अपने गुरु प्रीति रुद्र विश्वनाथ और रुद्र प्रीति विश्वनाथ के मार्गदर्शन में कत्थक की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। उनकी नृत्य क्षमता और अभ्यास ने उन्हें इस प्रतिष्ठित मंच पर प्रस्तुति देने का अवसर दिया।
सौम्या ने इस महोत्सव में अपनी नृत्य कला से सभी दर्शकों और उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में रायगढ़ के कलेक्टर कर्तिकेय गोयल और नगर निगम की विपक्ष नेता श्रीमती पूनम सोलंकी भी उपस्थित थीं और उन्होंने सौम्या के प्रदर्शन की सराहना की। इससे पहले सौम्या ने 39वें चकधर समारोह में भी अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन किया था, जहाँ उन्होंने अपने गुरु और शहर का नाम रोशन किया।
सौम्या ने अपने गुरु प्रीति रुद्र विश्वनाथ के निर्देशन में यह सफलता प्राप्त की है। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य पंडित एलडी वैष्णव और उपप्रधानाचार्य रुद्र प्रीति विश्वनाथ के मार्गदर्शन में सौम्या ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसने न केवल महाविद्यालय, बल्कि रायगढ़ जिले और रायगढ़ कत्थक घराने को भी गौरव प्रदान किया। यह विशेष प्रस्तुति न केवल सौम्या के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि रायगढ़ जिले में नृत्य और कला के क्षेत्र में भी एक नई दिशा दिखाने का प्रतीक है।