Home रायगढ़ न्यूज उद्योगों में बढ़ती दुर्घटनाओं में मजदूरों और कर्मचारियों की मौत जांच का प्रश्न?

उद्योगों में बढ़ती दुर्घटनाओं में मजदूरों और कर्मचारियों की मौत जांच का प्रश्न?

by SUNIL NAMDEO

रायगढ़ (सृजन न्यूज)। जिले के उद्योगों में बढ़ती दुर्घटनाओं का कारण बृहद औद्योगिकरण बताया जाता रहा है। इन उद्योगों में निरंतर मजदूर अथवा कर्मचारी जान से हाथ धो बैठ रहे हैं। इसका कारण सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित होना त्वरित है। इसके लिए प्रशासन के श्रम विभाग के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग रायगढ़ में स्थित है पर इसके अधिकारी केवल उद्योगों के निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति कर अपने ऐशोआराम के साथ औद्योगिक घराना की चौखटों में हाजिरी फरमा रहे हैं।
   रायगढ़ बचाओ लड़ेंगे रायगढ़ के विनय शुक्ला, डीडी सूपकर, तिजेश जायसवाल, रविकांत यादव, ऋषभ मिश्रा, सुरेंद्र पटेल, धनी केशरवानी, ईनाम सिद्दीकी, लालू महिलाने, अभिषेक चौहान, सुयश ठेठवार, नगेंद्र यादव, राजू देवांगन ने कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी को पत्र प्रेषित कर आग्रह किया की मानवीयता के अंतर्गत इंसानों की जान बचाना नितांत आवश्यक है पर उद्योगों में सुरक्षा मानकों के पालन नहीं होने से रायगढ़ जिले के उद्योगों में हो रही दुर्घटनाओं से मजदूर और कर्मचारी निरंतर मृत्यु के काल में समा रहे हैं। जबकि छत्तीसगढ़ शासन के श्रम विभाग के अंतर्गत रायगढ़ जिले में स्थापित औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग की स्थापना पूर्वत:है। इसके कायदों में स्वास्थ और सुरक्षा का पालन करवाना अहम है पर इनकी कारगुजारियां इतनी नाकाम है कि मजदूर निरन्तर दुर्घटना से जूझ रहे और मृत हो रहे हैं। जिम्मेदारियां निहित हो इसके लिए रायगढ़ जिले के अधिकारियों की समिति बनाकर जांच करवाने के आवश्यकता है।

                  इसके तहत उक्त विभाग में पिछले 10 वर्षों से पदस्थ उपसंचालक मनीष श्रीवास्तव का कार्यकाल व्यापक रूप से मनमानियों से भरा पड़ा है। इनके कार्यकाल में औद्योगिक सुरक्षा मानकों में खामियां निरंतर बढ़ी और उद्योगों में हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों मजदूर और कर्मचारियों में हर वर्ष वृद्धि हो रही है। जबकि इनके शासकीय दस्तावेजों के अवलोकन से हर दूसरे दिन उद्योगों का निरीक्षण किया जाता रहा है। इसमें विभागीय वाहन का उपयोग भी दिखाया गया है। इनके 10 वर्षीय कार्यकाल में अनेक मजदूरों और कर्मचारियों की दुर्घटना में मृत्यु हुई पर पिछले मार्च 25 से आज पर्यंत तक 12 मजदूर एवं कर्मचारी उद्योगों की दुर्घटनाओं में मृत्यु के काल में समा गए पर उपसंचालक मनीष श्रीवास्तव की अफसर शाही में कोई भी बदलाहट नहीं हुई क्योंकि इनके ऊपर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई, अपितु इसकी जिम्मेदारी मनीष श्रीवास्तव पर भी आती है कि शासन के नियमों का पालन करवाना उनकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। गौरतलब है कि मनीष श्रीवास्तव ने अपने रिश्तेदारों और परिचितों को अनेक महत्वपूर्ण पद के पर उद्योगों में नौकरी दिलवा रखी है।
            रायगढ़ बचाओ-लड़ेंगे रायगढ़ ने बताया कि  उपसंचालक मनीष श्रीवास्तव के कार्यकाल में स्वयं के फर्जी आदेश से शासकीय नियमों का उल्लंघन करके सहायक ग्रेड 2 को जनसूचना अधिकारी नियुक्त कर दिया गया। जब सूचना के अधिकार के तहत रायगढ़ जिले के उद्योगों में हुई दुर्घटनाओं में करने वाले के हित में उद्योगों पर क्या कार्रवाई की गई, का आवेदन प्रस्तुत किया जाता है तो इन आवेदन पर जानकारी नहीं दिए जाने के लिए नियमों का उलहाना देकर जवाब दिया जाता है। जिससे आवेदक अपील करे और उसे अपीलीय अधिकारी पद पर पहले से ही फर्जी ढंग से मनीष श्रीवास्तव पदस्थ हैं जो या तो जानकारी नहीं देने का जवाब देते हैं या झूठी या अपूर्णीय जानकारी देते हैं जिससे आवेदक जूझता रहे पूर्व में राज्य सूचना आयोग के द्वारा द्वितीय अपील प्रकरण क्रमांक ए/4393/ 2023 के तहत गंभीर आपत्ति भी की थी कि सहायक ग्रेड 2 जनसूचना अधिकारी नहीं हो सकता है इस पद पर उप संचालक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अधिकारी को जनसूचना अधिकारी होना चाहिए और इनके वरिष्ठ अधिकारी को अपीलीय अधिकारी होना चाहिए इस आदेश को भी इस उपसंचालक मनीष श्रीवास्तव ने नहीं माना और शासकीय आदेशों की आजतक अवहेलना कर रखी है।
रायगढ़ बचाओ – लड़ेंगे रायगढ़ के युवाओं के हस्ताक्षर युक्त पत्र की प्रति छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, श्रम और उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, रायगढ़ जिले के समस्त विधायकों और विभागीय प्रमुख सचिव को भी प्रेषित की है। वस्तुत: आग्रह किया है कि उक्त मनीष श्रीवास्तव उप संचालक के विरुद्ध जांच होनी चाहिए जिसमें उनका रायगढ़ जिले में 10 वर्षों के कार्यकाल का विस्तृत ब्यौरा हो व गंभीर कार्यवाही की अनुशंसा हो जिससे आने वाले समय में औद्योगिक दुर्घटना में मृत होने वाले मजदूरों और कर्मचारियों की संख्या में रोक लगा सके। आखिर वे भी इंसान हैं जिन्हें जीने का हक है और उनकी मृत्यु छोटी-छोटी सुरक्षा मानकों के पालन नहीं होने पर हो जाती है, जिसकी जिम्मेदारी और पालन करवाने का काम छत्तीसगढ़ शासन के श्रम विभाग रायगढ़ स्थित स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग की है।

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