रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन में चल रहे साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा
के तहत आज पावर ग्रिड तारकेला में अधिकारी, कर्मचारियों के लिए साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एडिशनल एसपी रामगोपाल करियारे और साइबर सेल डीएसपी श्री अभिनव उपाध्याय ने अधिकारी, कर्मचारियों को साइबर अपराधों से बचाव के उपाय बताए और उन्हें साइबर सुरक्षा की शपथ दिलाई। इस अवसर पर जागरूकता पंपलेट का भी वितरण किया गया।
एडिशनल एसपी रामगोपाल करियारे ने साइबर अपराधों से सावधान रहने की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने हाल के साइबर फ्रॉड के तरीकों को समझाते हुए बताया कि किस प्रकार आम लोग ठगी का शिकार होते हैं और इससे बचने के उपायों पर विस्तृत जानकारी दी। साइबर सेल डीएसपी अभिनव उपाध्याय ने बताया कि साइबर अपराधियों के गिरोह आईटी पेशेवरों और आम लोगों को गुमराह कर, अनजान कॉल्स, सोशल मीडिया, और फर्जी लिंक के जरिए ठगी करते हैं। उन्होंने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से साइबर अपराध के विभिन्न प्रकार जैसे प्रोफाइल क्लोनिंग, सेक्सटॉर्शन, और प्रोफाइल हैंगिंग आदि पर जानकारी दी।
डीएसपी अभिनव ने साइबर सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करते हुए अनजाने नंबरों और लिंक से सावधान रहने, डिस्काउंट ऑफर्स से सचेत रहने और फेक प्रोफाइल से बचने की सलाह दी। उन्होंने आगे बताया कि किसी भी प्रकार की ठगी की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 या व्हाट्सएप नंबर 9479281934 पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी अनजान स्रोत से मिले एप्लिकेशन डाउनलोड न करें और सोशल मीडिया पर गोपनीयता सेटिंग्स को अपडेट करके प्रोफाइल को सुरक्षित रखें।
डीएसपी अभिनव उपाध्याय ने डिजिटल अरेस्ट और सेक्सटॉर्शन से जुड़े केस स्टडी के उदाहरण देकर समझाया कि डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई चीज़ नहीं होती है। अगर कोई व्यक्ति पुलिस अधिकारी बनकर पैसे की मांग करता है तो उसे नजरअंदाज करें। साथ ही, उन्होंने अनजान व्यक्तियों के साथ वीडियो चैटिंग करने और निजी फोटो या वीडियो शेयर न करने की भी सलाह दी। इस जागरूकता कार्यक्रम में साइबर सेल के दुर्गेश सिंह, नवीन शुक्ला, जसवंत दुबे, और तारिक अनवर भी उपस्थित थे। सभी ने मिलकर कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा के महत्व और इससे जुड़े खतरों से अवगत कराया।