Home रायगढ़ न्यूज थाईलैंड के तर्ज पर बनी नैला की दुर्गा पंडाल

थाईलैंड के तर्ज पर बनी नैला की दुर्गा पंडाल

by SUNIL NAMDEO EDITOR

5 सिंहों के रथ पर सवार जगतजननी के दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब

सारंगढ़ (सृजन न्यूज़)। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नैला में जगत जननी मां दुर्गा भवानी की भव्य प्रतिमा पांच सिंहों के रथ पर सवार बनाई गई है। थाईलैंड के अरुण देव मंदिर की तर्ज पर बनी नैला माता रानी की पंडाल की लाइटिंग, सजावट और प्रतिमा को देखने के लिए दूरदराज से भी लोग पहुंच रहे हैं।

नवरात्रि के छठवें दिन नैला शहर में तिल धरने की जगह नहीं थी। चौक-चौराहों में जाम लग रहा था। दूर-दूर से श्रद्धालु अरुण देव मंदिर थाईलैंड के तर्ज में बने पंडाल की लाइटिंग, सजावट व भव्य प्रतिमा को देखने पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में सारंगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार भरत अग्रवाल सपरिवार नैला मां भवानी के दर्शन करने पहुंचे। जिला मुख्यालय जांजगीर में अग्रसेन भवन के सामने श्री दुर्गा सेवा समिति नैला द्वारा भव्य पंडाल में आकर्षक प्रतिमा की स्थापना की गई है। यहां मां भगवती की प्रतिमा और पंडाल की चर्चा दूर-दूर तक विख्यात है।

  पूर्व में यह पंडाल रेलवे स्टेशन के पास बनाई जाती थी लेकिन लाखों की भीड़ को संभालने की समस्या से बचने के लिए नैला अग्रसेन भवन के सामने इस वर्ष पंडाल बनाई गई है। वहीं, विगत वर्ष से भी कहीं अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दे रही थी। ऐसे लग रहा है मानो नैला में तिल धरने की जगह नहीं है। चौक-चौराहों में लगा जाम वाहनों का रेला बढ़ती भी। 10 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के 300 लोग जो सिटी बजाते हुए वॉलिंटियर का काम कर रहे हैं, वही शांति और सुव्यवस्था बनाने के लिए पुलिस विभाग मुस्तैदी से लगी हुई है ।

       विदित हो कि पूर्व वर्षों में सप्तमी, अष्टमी और नवमीं को भीड़ दिखाई देती थी, वह भीड़ पंचमी से दिखने लगी है। चर्चा के दौरान यह बात सामने आई की पंडाल का खर्च लगभग ₹60 लाख, वहीं लाइटिंग का खर्च 40 लाख रुपए तथा मूर्तिकार भटगांव वाले को जिसे ₹ 7 लाख मजदूरी के रूप में दिया गया है। इस पूरे कार्यक्रम में डेढ़ करोड़ रुपए से ऊपर का खर्च संभावित है। वैसे मां की सेवा पूरे नैला वासी कर रहे हैं लेकिन राजू पालीवाल पूरे दायित्व को संभाले हुए है। वन शो मैन की तरह राजू पालीवाल सभी खर्च करने की बात करते हैं। इस वर्ष दर्शनार्थियों की जो भीड़ पहले दिखाई देती थी, उससे 4 गुना अधिक भीड़ अभी दिखाई दे रही है। जबकि अग्रसेन भवन के सामने विराजित माता रानी की पंडाल की साइज पूर्व के साइज से 6 गुना बड़ी है। इसके बाद भी भीड़ को देखते हुए यह पंडाल भी छोटी दिखाई दे रही है।

        आकर्षक लाइटिंग, सजावट और प्रतिमा का सौंदर्य लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हुए दिखाई दे रही है। नेताजी चौक से नैला बस स्टैंड तक दर्शनार्थियों की भारी भीड़ को देखते हुए दोपहर बाद से ही चार पहिया वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है। जगह-जगह जाम की स्थिति बनी हुई है। संध्या से पूर्व पंडाल में प्रवेश करने वाले को संध्या बाद पंडाल से निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है।मां भगवती की प्रतिमा और पंडाल की सजावट देखने योग्य है । 24 घंटे पंडाल परिसर पर भंडारा की व्यवस्था श्री श्री दुर्गा सेवा समिति के द्वारा की गई है। वहां ईनामी कूपन भी कमेटी विक्रय कर रही है, जिसमें 30 लाख रु. का अलग – अलग ईनाम रखा गया है।

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