
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। ओपी जिंदल विद्यालय तराईमाल रायगढ़ में 20 नवंबर को वार्षिक खेल समारोह नवोत्थान का आयोजन किया गया, जो उत्साह और उमंगों से भरा दिन था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नलवा स्टील एंड पॉवर लिमिटेड के निदेशक डॉ. एसएस राठी एवं तमनार के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सुश्री मोनिका गुप्ता थे।

विद्यालय के शाला नायक हिमांशु पटेल एवं शाला नायिका श्रेया प्रधान, सदन-आज़ाद, भगत, सुभाष और तिलक के मुख्य प्रतिनिधि छात्रों द्वारा उचित रीति से बैण्ड की धुन पर धीमी चाल (स्लो मार्च) में सुंदर प्रदर्शन किया। इनके साथ ही अतिथियों का आगमन हुआ। समारोह की शुरुआत वीणा वादिनी माँ सरस्वती के तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ सरस्वती वंदना और प्रार्थना गीत के साथ शुरू हुई, जो अंधकार को दूर करने और ईश्वर की कृपा प्राप्त करने का प्रतीक है। उसके पश्चात् प्राचार्या अलका गोडबोले ने पुष्प गुच्छ भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। शिक्षकों ने बैच सेरेमनी की प्रथा को आगे बढ़ाया। विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत ‘स्वागतम-स्वागतम आपके आने से धन्य हुए है हम’ गीत गाए। साथ ही श्री गणेश वंदना नृत्य के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई।

अतिथि एवं प्राचार्या ने अपने वक्तव्य में अनुशासन,एकाग्रता, लक्ष्य और निरंतर अभ्यास पर बल देने की बात कहीं। इस खेल समारोह में मुख्य आकर्षण का केंद्र मशाल की रोशनी थी। जो खेल की शुरुआत, शांति, एकता,सफलता सकारात्मक ऊर्जा और प्राचीन व आधुनिक खेलों के बीच निरंतरता का प्रतीक है, जिसे विद्यालय के विद्यार्थी नेशनल लेवल एथलेटिक प्रशांत प्रताप और चांदनी तिग्गा, स्टेट लेवल फुटबॉल जयदीप नायक, सीबीएसई जोनल लेवल सेकंड पोजिशन विनय राजपूत ने पूर्ण किया। तत्पश्चात् उचित रीति से बैण्ड की धुन पर धीमी चाल (स्लो मार्च) में शाला नायक व शाला नायिका ने मुख्य अतिथियों एवं प्राचार्या को मार्च पास्ट समूह का निरीक्षण करवाया। वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर वंदेमातरम् गीत गाए गए। समस्त सदनों के ध्वज वाहक, समस्त नाम पट्ट वाहक, समस्त छात्र एवं छात्राएं क्रीड़ा प्रभारी के आदेशानुसार मार्च पास्ट प्रारम्भ होने पर बैण्ड की मार्चिंग धुन पर कदम से कदम मिलाते हुए मुख्य अतिथियों को सलामी देते हुए सुन्दर प्रदर्शन किए।

वहीं कक्षा चौथी-पांचवीं के विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार योग और प्राणायाम के साथ एरोबिक नृत्य कौशलों की प्रस्तुति दीं। खेल समारोह में शपथ एक प्रतिबद्धता है, जो एक एथलीट द्वारा खेलों के दौरान ली जाती है जो अखंडता, निष्पक्ष खेल, नियमों का सम्मान और खेल भावना पर जोर देती है। इस प्रथा को विद्यालय के शाला नायक हिमांशु पटेल द्वारा पूर्ण किया गया। मुख्य अतिथि अपने संक्षिप्त वक्तव्य द्वारा खिलाड़ियों को आशीर्वाद देकर प्रतियोगिता के शुभारम्भ की घोषणा की। साथ ही अतिथि और प्राचार्य द्वारा नीले आकाश में विद्यालय के नाम के साथ आज के कार्यक्रम के विषय नवोत्थान जो नया जागरण और नई चेतना का संदेश देता हुआ, 3 रंगों से सुशोभित गुब्बारे नीले आकाश में छोड़े गए। जो सद्भावना, टीम भावना, छात्रों की ऊंची आकांक्षाओं और उत्सव का प्रतीक भी माना गया। कार्यक्रम में विद्यार्थी,अभिभावक वर्ग ने बढ़-चढ़ कर खेलों में हिस्सा लिया।
विद्यार्थियों ने रिले रेस में अपने कला का प्रदर्शन किया। तो वहीं अभिभावक वर्ग ने बिना छुए बिस्किट खाने और पत्तल में चलने वाले खेलों को उत्साह के साथ खेला। साथ ही खेल में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी एवं अभिभावकों को विजयी स्तम्भ (विक्ट्री स्टेण्ड) पर पारितोषिक हेतु बुलाकर मुख्य अतिथि द्वारा पदक एवं प्रमाण पत्र दिलवा कर खिलाड़ियों का अभिवादन किया।
एथलीटों, प्रतिभागियों, अभिभावकों को उनके शानदार प्रदर्शन, खेल भावना और कड़ी मेहनत के लिए, शारीरिक क्षमता, एकाग्रता और दृढ़ता का बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए धन्यवाद दिया गया। विद्यालय में खेल कराने का उद्देश्य शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ,एकता और प्रतिस्पर्धी भावना को प्रेरित करना था। यह दिन इस बात की याद दिलाता है कि राष्ट्र निर्माण में खेल कितना महत्वपूर्ण है और युवाओं को ऐसी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है, जहाँ एक मजबूत और जीवंत भविष्य के लिए शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ होना ही सर्वोपरि है। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या ने अतिथियों के प्रति सम्मान, स्नेह व्यक्त करने के लिए स्नेह की निशानी दी। वहीं, राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम की समाप्ति की गईं।