Home छत्तीसगढ़ मणिप्रभा त्रिपाठी हुईं पुरी के सम्राट अशोक ग्लोबल डिग्निटी सामाजिक भूषण अवार्ड से सम्मानित

मणिप्रभा त्रिपाठी हुईं पुरी के सम्राट अशोक ग्लोबल डिग्निटी सामाजिक भूषण अवार्ड से सम्मानित

by SUNIL NAMDEO EDITOR

सारंगढ़ (सृजन न्यूज़)। पान, पानी और पालगी कि नगरी सारंगढ़ की शिक्षिका को भीमराव अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में सम्राट अशोक ग्लोबल डिग्निटी सामाजिक भूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया। उनके जीवन की स्टोरी को वहां सुनाते हुए उनके कार्यों से लोगों को प्रेरणा लेने की बात भी कही गई।

जयंती के उपलक्ष्य में गत 24 नवंबर को जगन्नाथ पुरी धाम में गोपाल किरण समाज सेवी संस्था द्वारा श्रीमती मणिप्रभा त्रिपाठी को गेस्ट ऑफ ऑनर तथा सम्राट अशोक ग्लोबल डिग्निटी भूषण अवार्ड से नवाजा गया। मणिप्रभा त्रिपाठी बचपन से ही समाजसेवी हैं। उन्होंने गरीब बच्चों को स्वयं के खर्चे से पढ़ाया-लिखाया, कुछ बच्चे को अच्छे मुकाम पर पहुंचा दिया। पर्यावरण के क्षेत्र में उन्होंने काफी कार्य किए। वे जहां भी जाती हैं उस विद्यालय को पर्यावरण के क्षेत्र में हरियाली से भर देती हैं।

स्कूल में उन्होंने स्वयं के खर्चे से सुंदर पुष्प वाटिका ही नहीं बनाई, बल्कि विद्यालय के अंदर प्रिंट रिच वातावरण पेयजल की व्यवस्था में एक्वागार्ड लगाकर शुद्ध पानी की सौगात, कक्षाओं में लर्निंग कॉर्नर मुस्कान पुस्तकालय, बाल पत्रिका का संचालन तथा शिक्षा के साथ द एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज शनिवार को बैलेंस डे पर विभिन्न प्रकार की शैक्षिक गुणवत्ता वर्धन युक्त नवाचारों से बच्चों को कुशल शैक्षिक ज्ञान दे रही हैं। उनके स्कूल में बच्चे छुट्टी के पश्चात भी घर जाने के लिए लालायित नहीं रहते, बल्कि खेलते रहते हैं और विद्यालय लगने के 1 घंटे पूर्व ही वहां पहुंचते और पुष्प वाटिका का आनंद लेते हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी उन्होंने बेहतरीन कार्य किए हैं।

उनके विद्यालय में स्वास्थ्य परीक्षण अक्सर होता है। शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं को उनके विद्यालय में अच्छी तरह से पालन किया जाता है। खेल के क्षेत्र में बालक आगे हैं। विज्ञान मॉडल हो या कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिताएं हैं उनके बच्चे विजय हासिल करते हैं। एनसीईआरटी और एससीईआरटी द्वारा संचालित स्टोरी सेशन को शनिवार के दिन उनके बच्चों को सुनाया जाता है जिसे अंग्रेजी का गुणवत्तावर्धन होता है। उनके विद्यालय की शोभा देखने के लिए छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से लोग शैक्षिक भ्रमण के लिए अपने बच्चों के साथ जाते हैं। उनके अध्यापन कला में नवाचार को प्राथमिकता दी जाती है। वे अंग्रेजी की शिक्षिका हैं। एक दिन भी यदि मणिप्रभा किसी विशेष कार्य से छुट्टी पर रहती हैं तो बच्चे उनके घर उन्हें बुलाने चले जाते हैं।

हर शिक्षक का बच्चा उनका आईना होता है और उनके बच्चे उनके गुणगान करते नहीं थकते। वास्तव में मणिप्रभा का जीवन ही समाज के लिए प्रेरणादायक है। वे समाज में दो प्रकार से लोगों को जागरूक करती हैं पहले तो स्वच्छ रहिए, प्लास्टिक मुक्त भारत बनाएं। किसी प्रकार से अपने आसपास के वातावरण को गंदगी से बचाइए। खुद भी स्वस्थ रहिए और लोगों को भी स्वस्थ रखिए। स्वच्छता का पालन करते चारों तरफ हरियाली बिखेरें। आवश्यक नहीं कि आपके पास बड़ा कोई बगीचा हो। आप अपने घर की छोटी से बालकनी में भी पौधों को लगाकर हरियाली दे सकते हैं।

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