बच्चों को तिलक लगाकर किया स्वागत, मिठाई खिलाते हुए दी शुभकामनाएं
जशपुरनगर (सृजन न्यूज)। मंगलवार को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुनकुरी नव प्रवेशी बच्चों का शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय के मुख्य आतिथ्य में शाला प्रवेश उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
मुख्य अतिथि के द्वारा कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो में माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि श्रीमती साय ने अपने उदबोधन में बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए स्वास्थ्य संबंधी शारीरिक शिक्षा, नैतिक मूल्यों की शिक्षा,अपने पारंपरिक संस्कृति को सहेजने और उसे निभाने की प्रेरणा अपने जीवन में घटित उदाहरणों को देकर छात्राओं को प्रेरित किया।वे छात्राओं को देखकर प्रफुल्लित होकर अपने बचपन और स्कूली जीवन की अनुभवों और घटनाओं को छात्राओं के बीच साझा किया|उनके स्वागत में छात्राओं द्वारा मंगलाचरण नृत्य,स्वागत गीत एवं स्कूल चले हम गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया।
“एक पेड़ मां के नाम “के तहत श्रीमती साय ने पौधरोपण करते हुए बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित किया। तत्पश्चात प्राथमिक एवं माध्यमिक खंड के द्वारा आयोजित न्यौता भोज में छात्राओं के साथ सम्मिलित होकर न्यौता भोज ग्रहण की।छात्राओं एवं रसोइयों का मनोबल बढ़ाते हुए उनके साथ तस्वीर खिंचवाई। हायर सेकेंडरी स्तर के समस्त स्टाफ एवं छात्राओं के साथ तस्वीर साझा करते हुए कुछ पल छात्राओं के साथ पारंपरिक नृत्य में सम्मिलित होकर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम के समापन के अंतिम चरणों में विदाई लेते हुए सभी बच्चों को आशीर्वाद देकर अनुग्रहित किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में घनश्याम होता, सुनील अग्रवाल, राजकुमार गुप्ता, अमित अग्रवाल, रामदेव राम कायता, गंगा देवी यादव, जेपी पांडेय, राय एवं मारिया गोरेती तिर्की (एबीईओ) उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन हरिशंकर पटेल व्याख्याता एवं सुधीर कुमार दुबे व्याख्याता ने किया। वरिष्ठ व्याख्याता अनिल फ्रांसिस द्वारा संस्था के बोर्ड परीक्षा परिणाम 2024 की जानकारी देते हुए अन्य गतिविधियों से अवगत कराया।
कार्यक्रम के अंत में संस्था प्रमुख प्राचार्य ईएम खेस्स ने मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का आभार प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।कार्यक्रम को सफल बनाने में शशिकांत कुजूर व्याख्याता, श्रीमती रजनी कुजूर व्याख्याता, राजकिशोरी लकड़ा (पीटीआई), सुमन खलखो व्याख्याता एवं समस्त स्टाफ के शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं कर्मचारी उपस्थित थे।