Home छत्तीसगढ़ ग्लोबल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ

ग्लोबल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ

by SUNIL NAMDEO


अमृतसर/रायपुर (सृजन न्यूज)। एनएएसी से ए प्लस ग्रेड प्राप्त ग्लोबल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स, अमृतसर में आज से ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एटीएएल -एफडीपी) का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम “ए.आई फॉर इंडस्ट्री 4.0: ब्रिजिंग एकेडेमिया एंड इंडस्ट्री एप्लिकेशन” विषय पर आधारित है और 22 नवंबर तक प्रतिदिन आयोजित किया जाएगा।
        कार्यक्रम के प्रमुख समन्वयक, डॉ. अरविंद देवांगन ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली द्वारा स्वीकृत है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता तथा उसके औद्योगिक उपयोगों से संबंधित इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न भागों से 200 से अधिक अध्यापक भाग ले रहे हैं।यह फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा वित्तपोषित है।
       डॉ. अरविंद देवांगन देवांगन के अनुसार इस कार्यक्रम के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों के कंप्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी शाखा से जुड़े अनुभवी शिक्षाविद अपने व्याख्यान देंगे और प्रतिभागियों के विषय से जुड़े प्रश्नों का समाधान भी करेंगे। पहले सत्र में, डॉ. मणि माधुकर, प्रोजेक्ट मैनेजर, आईबीएम नोएडा ने “Introduction to Industry 4.0 & AI” विषय पर अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए। दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए, डॉ. राजेंद्र कुमार, प्रोफेसर, चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब ने “AI in Industry 4.0: Core Concepts and Frameworks” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। दोनों सत्रों में प्रतिभागियों को अपनी शंकाओं के समाधान से संतुष्टि मिली।

कार्यक्रम में अपने विषय का विशेषज्ञ ज्ञान प्रदान करने वाले वक्ताओं में प्रोफेसर सुलक्षणा अरोड़ा- शोध वैज्ञानिक, एमहर्स्टबर्ग, डेक्स्ट्रियोस इंक., कनाडा, डॉ. संदीप शर्मा, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, गुरुनानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर, डॉ. मनी मधुकर- परियोजना प्रबंधक, आई.बी.एम. नोएडा, प्रो. राजेंद्र कुमार- चितकारा विश्वविद्यालय, पंजाब, डॉ. रमेश भारती- जगन्नाथ विश्वविद्यालय, जयपुर, डॉ. एच. एस. होता- प्रोफेसर, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर, अंश मेहरा- प्रबंध निदेशक, अंश इंफोटेक अमृतसर शामिल हैं। कार्यक्रम के सह- समन्वयक डॉ. विनीत प्रकाश के अनुसार, यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अध्यापकों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता से जुड़ी आधुनिक तकनीकों का गहन ज्ञान प्रदान करेगा तथा शिक्षण संस्थानों और उद्योगों के बीच की दूरी कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह कार्यक्रम आगामी छह दिनों तक प्रतिदिन शाम बजे से ज़ूम प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा। शनिवार को यह कार्यक्रम दोपहर 2 बजे से प्रारंभ होगा।
         उल्लेखित है कि राजीव नगर, कोतरा रोड निवासी डॉ. अरविंद देवांगन ने अपने शैक्षणिक करियर की शुरुआत किरोड़ीमल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गढ़उमरिया, रायगढ़ से की थी। वर्ष 2008 में त्यागपत्र देकर उन्होंने हरियाणा के एच-सी-टी-एम टेक्निकल कैंपस में 10 वर्षों तक सेवाएँ दीं। इसके बाद उन्होंने योगानंदा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, जम्मू में 2 वर्ष, तत्पश्चात जोधपुर इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, जोधपुर (राजस्थान) में 2 वर्ष तथा फिर मॉडल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, जम्मू में 5 वर्षों तक कार्य किया। वर्तमान में वे ग्लोबल ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट्स में डीन-रिसर्च एंड अकैडमिक्स के पद पर कार्यरत हैं।

You may also like