एनएसएस राज्य समीक्षा बैठक में शहीद नंदकुमार पटेल विवि के अधिकारी हुए शामिल
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। रायपुर के रविशंकर विश्वविद्यालय में छत्तीसगढ़ के विभिन्न विवि से आए कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला संगठकों की समीक्षा बैठक लेकर उन्हें अपने-अपने जिले में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम और गतिविधियों को कुशलतापूर्वक संचालित करने तथा कार्यक्रम अधिकारियों के साथ तालमेल बनाते हुए शासन की मंशा के अनुरूप राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवकों की प्रतिभा का समाज सेवा के क्षेत्र में भरपूर उपयोग करने हेतु निर्देशित किया गया।

छत्तीसगढ़ के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में संपन्न हुए राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. नीता बाजपेयी द्वारा रविशंकर विवि कार्यक्रम समन्वयक डॉ. गजपाल व विभिन्न विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक मनोज सिन्हा अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर, प्रवीण मिश्रा गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, एसएन पांडेय संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा, जैनेंद्र कुमार दीवान हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग, डॉ. संजीवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, डॉडीएस रघुवंश एसवीटीयू, डॉ .रविंद्र कौर चौबे शहीद नंदकुमार पटेल विवि रायगढ़, जिला संगठक भूपेंद्र कुमार पटेल जांजगीर-चांपा, भोजराम पटेल रायगढ़, वाईके तिवारी कोरबा, सहित अलग-अलग जिले से आए अधिकारियों की उपस्थिति मे जिलावार एनएसएस के कार्यक्रम व गतिविधियों के संचालन हेतु दिशा निर्देश दिया गया। कार्यक्रमों के संचालन संदर्भ में व्यावहारिक समस्याओं की जानकारी भी ली गई एवं इनके समाधान की दिशा मे अहम सुझाव दिये गए।

समीक्षा बैठक में इन विषयों पर हुई अहम चर्चा

राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में विश्वविद्यालय वार वित्तीय अनुदान के आहरण की जानकारी, आगामी राज्य स्तरीय विशेष शिविर के संदर्भ में चर्चा, विश्वविद्यालय में जिलावार संपन्न विशेष शिविरों की वर्तमान स्थिति तथा विभिन्न कार्यक्रमों व आयोजनों का प्रतिवेदन समय पर भेजने, कार्यक्रम व योजनाओं की जानकारी ऑनलाइन माध्यम से तत्काल उच्च अधिकारियों को प्रेषित करने जैसे अहम विषयों पर राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में चर्चा की गई। समीक्षा बैठक के दौरान यूनिसेफ के डाटा प्रोग्रामिंग कंप्यूटर विशेषज्ञ वैभवी द्वारा एनएसएस के कार्यक्रम व गतिविधियों को ऑनलाइन सबमिट करने तथा अपने गतिविधियों को प्रदर्शित करने के संबंध में भी मार्गदर्शन दिया गया।