रायगढ़ (सृजन न्यूज)। सांसद राधेश्याम राठिया के आदिवासी हितैषी पर सवाल उठाए जाने पर युवा भाजपा नेता विकास केडिया ने कहा कि अपने वरिष्ठ नेताओं की बैठक के दौरान उनका सार्वजनिक अपमान करने के मामले में पार्टी से निष्कासित हो चुके कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल शुक्ला किस मुंह से आदिवासी हितैषी बने हुए हैं। कांग्रेस द्वारा टिकट नहीं दिए जाने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले अनिल शुक्ला पर कांग्रेस अनुशानात्मक कार्यवाही कर चुकी है।
विकास केडिया ने भाजपा को आदिवासियों की सबसे बड़ी हिंतचिंतक बताकर अनिल शुक्ला को स्मरण कराया कि सात दशकों तक केंद्र में रही कांग्रेस ने पृथक छग का गठन नहीं किया। जबकि केंद्र में आते ही अटल बिहारी ने छग का गठन कर ढाई करोड़ छत्तीसगढ़ियों को उनका हक दिलाया। कांग्रेस किस मुंह से छग हित की बात करती है। पृथक छग गठन के साथ भाजपा ने आदिवासियों के उत्थान के लिए पृथक आयोग का गठन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्मस्थान का दौरा करते हुए उनके योगदान को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) और विकसित भारत अभियान की शुरुआत की। ये योजनाएं देशभर में जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने और आगे बढ़ाने के लिए शुरू की गई है।
युवा भाजपा नेता ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने जनजातीय गौरव दिवस पर लगभग 24,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ पीएम जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान पीएम-जनमन का शुभारंभ किया। आदिवासियों को यथोचित सम्मान देने के लिए देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद हेतु महिला आदिवासी का चयन कर यह प्रमाणित किया कि आदिवासियों की सच्ची हितैषी भाजपा ही है। छग में भी आदिवासी मुख्यमंत्री की नियुक्ति कर आदिवासियों को प्रतिनिधित्व का समुचित अवसर दिया। कोरबा में कोयला खदानों के उत्खनन के लिए अडानी एएमओयू करने वाली भूपेश सरकार का कार्यकाल के दौरान ही अडानी ने अपने पैर मजबूती से जमाए। भूपेश सरकार सत्ता के दौरान अडानी की हिमायती बनकर रही। सत्ता जाते ही कांग्रेस यह भूल गई कि मुड़ागांव क्षेत्र में चल रही कोयला खनन परियोजना की स्वीकृति कांग्रेस ने ही दिलाई है। सांसद राधेश्याम राठिया के पूछे गए 4 सवालों का अध्यक्ष दीपक बैज ने आजतक जवाब नहीं दिया। अडानी-भाजपा के रिश्तों सवाल उठाने वाले कांग्रेस जिलाध्यक्ष को पहले अडानी कांग्रेस के मध्य चल रहे रिश्ते की जानकारी होनी चाहिए।
विकास ने यह भी कहा कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला को आदिवासी सांसद राधेश्याम राठिया पर गंभीर आरोप लगाने के पहले यह जवाब देना चाहिए कि अडानी के जिस प्रॉजेक्ट ही सत्ता रहते हुए कांग्रेस ने हरी झंडी दिखाई ल। आज सत्ता जाते ही विरोध का लाल झंडा लेकर क्यों खड़ी हो गई। राहुल गांधी भी लगातार अडानी समूह का दुर्भावना की वजह से से विरोध करते रहे हैं। कांग्रेस की छग गठन के बाद से हुई सरकार ने बहुत से एएमओयू किए हैं।

