रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। बरमकेला ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्र मे एक गांव बसा है बम्हनीपाली, जहां प्राथमिक शाला के विद्यार्थी जब शिक्षकों के सवालों का जबाब देते हैं तो ऐसा लगता है मानो शब्दों के जादू दिखा रहे हो। एक प्रश्न से पचासों प्रश्न बना लेना और उसके जबाब को देने के लिए सभी बच्चों का उतावलापन देखते ही बनता है।
भाषा की पढ़ाई में अंग्रेजी का समायोजन और अंग्रेजी की पढ़ाई में भाषा का समायोजन गणित की पढ़ाई मानो सपनों की दुनिया, यह मात्र डेढ़ साल में कैसे संभव हुआ यह अजूबा से कम नहीं है। इसकी प्रारंभिक झलक पाने रायगढ़ एवं पुसौर से शिक्षक और शिक्षिकाओं की टीम में राजकमल पटेल संकुल समन्वयक तारापुर, श्रीमती ओमकुमारी पटेल प्राथमिक शाला शंकरपाली, श्रीमती रश्मि पटेल बड़े अतरमुड़ा, श्रीमती रजनी पटेल प्राथमिक शाला खोखरा, श्रीमती आरती साहू प्राथमिक शाला सेमरा ने “बच्चे सीखते कैसे है” इस उद्देश्य को लेकर संस्था में भ्रमण किया।
इससे यह सीख प्राप्त की कि मेहनत और लगन से पत्थर से भी सुरीली आवाज निकाली जा सकती है। यहां तो बच्चे ही हैं इस कार्य को सफल बनाने के लिए। संस्था प्रमुख अनुराज वर्मा राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। उनकी महती भूमिका है और लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनका साथ लगातार दुर्योधन खम्हारी सहायक शिक्षक, श्रीमती जानकी पटेल सहायक शिक्षक कंधा से कंधा मिलाकर ज्ञान के प्रकाश को फैला रहे हैं।
वहीं यह भी देखने को मिला कि गांव के गणमान्य या कहे संरक्षक शिक्षाविद बलराम पटेल के स्कूल के प्रति स्नेह व प्यार व सहयोग देखते ही बनता है। एसएमसी अध्यक्ष चंद्रशेखर पटेल लगातार स्कूल का सहयोग कर रहे हैं, वहीं लोगों का भी लगातार साथ मिल रहा है।