रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के प्राप्त निर्देश के अनुसार मध्यस्थता अभियान 1 जुलाई से 7 अक्टूबर तक मध्यस्थता अभियान के तहत जागरुकता अभियान, कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायगढ़ के अध्यक्ष / प्रधान जिला न्यायाधीश जितेंद्र जैन के मार्गदर्शन में एवं तालुका विधिक सेवा समिति घरघोड़ा अध्यक्ष/न्यायाधीश शहाबुद्दीन कुरैशी (विशेष न्यायाधीश FTSC) के परिपालन तथा जिला अपर सत्र न्यायाधीश अभिषेक शर्मा के सानिध्य में 14 अगस्त को घरघोड़ा में मध्यस्थता अभियान के तहत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
जागरूकता शिविर का संचालन विधिक स्वयं सेवक (पैरालीगल वालिंटियर) बालकृष्ण (थाना पूंजीपथरा), लवकुमार चौहान (थाना घरघोड़ा) एवं टीकम सिदार( थाना तमनार) ने किया। कार्यक्रम में मध्यस्थता प्रक्रिया द्वारा विभिन्न प्रकार के वादों के निष्पादन के विषय में लोगों को जागरूक किया गया। लोगों को बताया गया कि मीडिएशन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के आपसी विवाद बातचीत के द्वारा सुलह समझौते से निस्तारित किए जा सकते हैं। व्यावसायिक वादों में भी मध्यस्थता के माध्यम से वादों का निष्पादन सुगमता से किया जा सकता है। छोटे-मोटे व्यावसायिक विवाद आपसी सुलह समझौते से जिला विधिक प्राधिकार में प्रशिक्षित मध्यस्थ की देखरेख में निस्तारित किए जाते हैं।
इसके अतिरिक्त दीवानी वाद, वैवाहिक वाद, संपत्ति विवाद आपसी सुलह समझौते के आधार पर सुगमता पूर्वक निपटाए जा सकते हैं। लोगों को सलाह दी गई कि इस प्रकार के वाद यदि न्यायालय में लंबित है तो मिल बैठकर दोनों पक्ष सुलह का रास्ता तय कर सकते हैं। मध्यस्थता में किसी भी पक्ष की हार नहीं होती और कोर्ट कचहरी के झंझट से मुक्ति मिल जाती है। शिविर में लोगों को पर्चे बाँटते हुए एवं वीडियो दिखाकर जानकारी दी गई। मध्यस्थता अभियान का प्रचार प्रसार , स्थानीय समाचारपत्र, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, वॉट्सएप, यूट्यूब, ग्राम पंचायतों, नगर पंचायत एवं नगर पालिका के शहरों में मुनादी के माध्यम से प्रचार प्रसार किया गया, साथ ही आगामी नेशनल लोक अदालत 13 सितंबर की भी प्रचार प्रसार किया गया।















