सारंगढ़ में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारी की मलेरिया से हुई थी मौत
सारंगढ़-बिलाईगढ़ (सृजन न्यूज)। कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने सारंगढ़-सराईपाली रोड में सालर के पास लातनाला के ऊपर स्थित ग्राम सेमरापाली के स्कूल प्रांगण और अंग्रेज अलेक्जेंडर कैनिनमंड इलियट के मकबरा का अवलोकन किया। इस दौरान सरपंच संतोष चौहान, सीईओ इंद्रजीत बर्मन, राधेश्याम नायक आदि उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि भारत में किसी अंग्रेज व्यक्ति की पहली कब्र मानी जाती है, जिनकी मृत्यु 1778 में मलेरिया से हुई थी। इस मकबरा क़ो सारंगढ़ रियासत के राजा ने उस समय जमीन दान करके बनवाया था, जो एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है और स्थानीय विरासत का हिस्सा है। उस समय बंगाल में अंग्रेज गवर्नर का राज था। अलेक्जेंडर इलियट ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के एक अधिकारी थे, जो वारेन हेस्टिंग्स के निर्देश पर नागपुर में मराठों से बातचीत करने एक मिशन पर थे, जब उनकी मृत्यु यात्रा में हुई।

यह भारत में किसी उच्च-पदस्थ अंग्रेज अधिकारी की शुरुआती कब्रों में से एक है, जिसे स्थानीय राजा (रियासत काल) के सहयोग से बनाया गया था। यह मकबरा एक मंदिरनुमा संरचना के रूप में है, जो तत्तकालीन समय की परिस्थितियों और स्थानीय राजा की उदारता को दर्शाता है।
