बिचौलियों और कोचियों के माध्यम से अवैध खरीद-फरोख्त नहीं होने का जारी किया फरमान
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य को सुचारू व पारदर्शी बनाने जिले में प्रशासनिक मॉनिटरिंग लगातार जारी है। इसी क्रम में कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने रायगढ़, पुसौर और खरसिया विकासखंड के धान उपार्जन केंद्रों कोतरा, केसला, जैमुरा और चपले का औचक निरीक्षण करते हुए किसानों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानी और केंद्र प्रबंधकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि वास्तविक किसानों को धान विक्रय में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिचौलियों और कोचियों के माध्यम से अवैध खरीद-फरोख्त किसी भी स्तर पर नहीं होना चाहिए, इसके लिए पूर्ण सतर्कता बरती जाए। कलेक्टर ने नोडल अधिकारियों को अपने-अपने उपार्जन केंद्रों की कड़ी निगरानी, सूचना तंत्र को मजबूत करने तथा खरीदी की प्रत्येक प्रक्रिया का सटीक पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

धान की ढेरी लगाकर खरीदी करें, नमी अवश्य मापें

कलेक्टर ने उपार्जन केंद्रों में व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए कहा कि किसानों द्वारा लाए गए धान की नमी का परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए। धान की ढेरी लगाकर सुव्यवस्थित खरीदी करें। तौल मशीन की सटीकता सुनिश्चित करें। शासन द्वारा धान खरीदी हेतु जारी सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए। अधिकारियों ने बताया कि केसला उपार्जन केंद्र में अबतक 104 किसानों से 5498 क्विंटल धान खरीदा गया। कोतरा उपार्जन केंद्र में 28 किसानों से 1764 क्विंटल धान की खरीदी, जैमुरा उपार्जन केंद्र में 21 किसानों से 1086 क्विंटल खरीदी, 8 किसानों द्वारा 0.169 हेक्टेयर रकबा समर्पित किया गया है। चपले उपार्जन केंद्र में 76 किसानों से 3351.20 क्विंटल खरीदी, 41 किसानों से 1.238 हेक्टेयर रकबा समर्पित किया गया है। कलेक्टर ने उपार्जन केंद्रों में स्टैकिंग, बारदाना उपलब्धता और आगामी दिनों की खरीदी लिमिट को लेकर भी विस्तृत समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान रायगढ़ एसडीएम महेश शर्मा, खरसिया एसडीएम प्रवीण तिवारी सहित राजस्व, खाद्य, कृषि तथा मंडी समिति के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
