Home क्राईम न्यूज निकले महादेव मंदिर का पंडित निकला चोर

निकले महादेव मंदिर का पंडित निकला चोर

by SUNIL NAMDEO

अतिथि बुटिक में लाखों की चोरी कांड सुलझी, पुलिस ने की 42 लाख की जूलरी बरामद, फरार पुजारी की खोजबीन जारी

रायगढ़ (सृजन न्यूज)। शहर के सोनिया नगर स्थित अतिथि बुटिक में लाखों रुपये की हुई सनसनीखेज चोरी कांड को कोतवाली पुलिस ने आखिरकार सुलझा ली है। दरअसल, निकले महादेव मंदिर का पंडित ही चोर निकला। पुजारी ने ही दोस्ती में छुरा घोंपते हुए वारदात को सुनियोजित तरीके से इस कदर अंजाम दिया कि किसी को कानोंकान खबर नहीं हुई, लेकिन खाकी वर्दीधारियों की तहकीकात के आगे उसकी सारी चालाकी धरी की धरी रह गई। पुलिस ने कपड़ा कारोबारी के यहां चोरी हुए 42 लाख से अधिक की जूलरी तो बरामद कर ली, मगर आरोपी नौ दो ग्यारह हो गया है।

       कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत सोनिया नगर स्थित हुई लाखों की चोरी मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। कोतवाली पुलिस ने करीब 40 लाख रुपये मूल्य के चार सोने की बिस्किट, 3 अंगूठी और तीन नग चांदी का सिल्ली कागज बरामद किया है। मुख्य आरोपी घटना के बाद से फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार जुटी हुई हैं। घटना की जानकारी के अनुसार 25 जून को अनूप अग्रवाल (55 वर्ष) निवासी सोनिया नगर ने थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करायी थी। उन्होंने बताया कि वे कपड़े के व्यवसायी हैं। 22 जून को वे अपनी पत्नी के साथ शहर से बाहर थे, उनका बेटा आदित्य अग्रवाल घर में मौजूद था। पूछताछ में आदित्य ने बताया कि उस रात उसका दोस्त पंडित धीरज तथा घर के तीन स्टाफ मौजूद थे, जो देर रात चले गए।

अगले दिन जब स्टाफ पहुंचे तो आदित्य की तबियत ठीक नहीं थी। उसे परिचितों ने अस्पताल ले जाकर इलाज कराया। 23 जून को जब आदित्य ने घर के दूसरे मंजिल के आलमारी चेक किए तो वहां रखे चार स्वर्ण बिस्किट गायब थे, साथ ही ग्राउंड फ्लोर ऑफिस से 3 लाख 40 हजार नगदी और दो इस्तेमाली सोने की अंगूठी चोरी हो गई थी। चोरों ने बचने के लिए बुटिक में लगे सीसीटीवी डीवीआर और पीओई स्विच भी निकाल लिए थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल और कोतवाली थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल की टीम मौके पर पहुंची।

                   प्रारंभिक जांच में ही पुलिस को अंदरूनी व्यक्ति की संलिप्तता का अंदेशा हो गया था। इसके बाद प्रार्थी, उसके पुत्र और परिचितों पर नजर रखते हुए संदिग्धों से पूछताछ की गई। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 331 (4), 305 बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसी बीच पुलिस को अहम सुराग तब मिला जब सर्किट हाउस के सामने हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी मीर रिजवान अली ने जानकारी दी कि उसका बचपन का मित्र धीरज शर्मा उर्फ पंडित धीरज घटना के अगले दिन सुबह उससे मिला था। धीरज ने उसे एक थैला रखने दिया और कहा कि फोन मत करना, बाद में आकर अपना सामान ले जाएगा।

                           वहीं, धीरज की हरकतें संदिग्ध लगने पर मीर ने थैला खोला तो उसमें रुमाल में लिपटा चार सोने की बिस्किट और चांदी देखकर वह हैरान रह गया। मीर ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए चोरी गए चार सोने की बिस्किट और तीन चांदी का सिल्ली, 3 अंगूठी जब्त कर लिया, जिनकी कुल कीमत 42 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है। पुलिस ने घटना के दिन से ही आरोपी धीरज शर्मा की गतिविधियों को खंगालना शुरू किया। पूछताछ में प्रार्थी, उसका पुत्र आदित्य और अन्य गवाहों से भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। आरोपी धीरज शर्मा अपने साथ कुछ अन्य सोने-चांदी के जेवर और नगदी लेकर फरार है। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।

                                         एसपी दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देश और सीएसपी अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल, कोतवाली स्टाफ तथा साइबर सेल की टीम की सतत मेहनत से चोरी गए अधिकांश सामान की बरामदगी संभव हो पाई है। मुख्य आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर बचा हुआ माल भी जब्त किया जाएगा।

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