गुणवत्ता की मौके पर और पीडब्ल्यूडी लैब में कराई जा रही जांच

रायगढ़ (सृजन न्यूज)। शहर के 29 मुख्य डामरीकृत सड़कों में 23 का निर्माण गुणवत्ता के साथ तय समय से पहले पूर्ण कर लिया गया है। कमिश्नर बृजेश सिंह क्षत्रिय द्वारा लगातार निर्माण के समय निरीक्षण कर डामर एवं गिट्टी की ग्रेडिंग की गुणवत्ता की जांच कराई जा रही है। आने वाली हफ्ते भर के अंदर 5 और बड़ी सड़क का निर्माण पूर्ण हो जाएगा।
निगम क्षेत्र के लिए 29 डामरीकृत सड़कों के निर्माण के लिए कार्यादेश जारी किया गया था। इसमें से 23 सड़कों के निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। हफ्ते भर के अंदर 5 और सड़कों का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा। इसमें गोगा राइस मिल से ट्रांसपोर्ट नगर तक, बेनिकुंज सावित्री नगर रोड, कोतरा रोड से सत्तीगुड़ी रोड, अतरमुड़ा रोड, आयुर्वेदिक हॉस्पिटल रोड शामिल हैं। सड़क निर्माण के लिए कमिश्नर बृजेश सिंह क्षत्रिय द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। महीने भर के अन्दर ही अधिकाश सड़कों का निर्माण तय समय से पहले गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया गया है।
इन सड़कों में शहर के बीच निगम कार्यालय से रामनिवास टॉकीज तक, भगत सिंह चौक से नए शनिमंदिर रोड, ओवर ब्रिज से कबीर चौक छतामुड़ा सड़क, मिनीमाता चौक से केलो पुल तक, सर्किट हाउस रोड शामिल हैं। निर्माण के दौरान कमिश्नर श्री क्षत्रिय द्वारा खड़े रहकर डामर एवं गिट्टी की गुणवत्ता और गहराई एवं लंबाई की जांच कराई जा रही है। इसी तरह पीडब्ल्यूडी का लैब भेजकर भी सड़क निर्माण मटेरियल की गुणवत्ता की भी जांच कराई जा रही है। कमिश्नर श्री क्षत्रिय ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर किसी भी तरह से लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारियों पर सख्त कारवाही करने की बात कही है।
इन सड़कों का निर्माण हुआ पूर्ण
पूर्व में टीवी टावर रोड बाईरदादार रोड ब्रिज के ऊपर से सुभाष चौक तक, उर्दना बटालियन, गांधी प्रतिमा एवं मालधक्का रोड निर्माण सहित 23 सड़कों का निर्माण समय से पूर्व गुणवत्ता के साथ कराया गया है।
पूर्ण गुणवत्ता और समय पर होंगे सड़क निर्माण कार्य
निगम कमिश्नर श्री क्षत्रिय ने कार्य आदेश जारी हो चुके सभी सड़कों के निर्माण पूर्ण गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण करने के निर्देश सभी इंजीनियर को दिए हैं। कमिश्नर श्री क्षत्रिय ने सभी निर्माण कार्यों की तय फॉर्मेट पर निर्माण सामग्री की सैंपलिंग और पीडब्ल्यूडी से लैब टेस्टिंग रिपोर्ट फाइलों पर लगाने के साथ संबंधित इंजीनियर को खड़े रहकर सड़क निर्माण कराने निर्देशित किया गया है। गुणवत्ता में किसी भी तरह की कमी या निर्माण में लेटलतीफी होने पर संबंधित अधिकारियों एवं ठेकेदारों पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है।















