रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। पीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं को लेकर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने राजधानी में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि टेक्नोलॉजी के जरिए पूरे सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए यह सरकार प्रतिबद्ध हैं। पारदर्शिता हेतु पीएससी को सॉफ्टवेयर, कंसल्टेंसी व मैनपावर जैसी जरूरतों के लिए किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी, बल्कि चौबीस घंटे के अन्दर आवश्यक संसाधनों की उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
पीएससी जैसी परीक्षाओं में कांग्रेस के माफिया राज का जिक्र करते हुए ओपी ने कहा, विपक्ष में रहते हुए हमने कांग्रेस की बुरी नीयत को ना केवल उजागर किया, बल्कि सत्ता में आने के बाद विष्णुदेव साय सरकार द्वारा उठाए गए कदम आज प्रदेश के युवाओं के सामने है। भर्ती परीक्षाओं में व्याप्त अनियमितताओं की वजह से भूपेश सरकार ने आम जनता के मध्य अपना भरोसा खो दिया। भर्ती परीक्षाओं में भी कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार के कीर्तिमान स्थापित किए जिसे विपक्ष के दौरान उजागर करते हुए चुनाव के दौरान सीबीआई जांच का वादा किया। साय सरकार ने इस मामले में वादा निभाते हुए सीबीआई ने दो लोगों को हिरासत में भी लिया है।
साय सरकार की ओर से वित्त मंत्री ओपी ने युवाओं को यह भरोसा दिलाते हुए कहा कि भर्ती परीक्षाओं को लेकर खोया विश्वास भाजपा सरकार वापस लाएगी। विधायक रायगढ़ ओपी ने कहा कि जब सरकार की नीयत साफ हो तो सिस्टम भी पारदर्शी तरीके से काम करता है। पारदर्शिता को लेकर साय सरकार हर कदम पर गंभीर हैं। भर्ती परीक्षाओं से युवा भाई-बहनों की संतुष्टि की चर्चा करते हुए ओपी ने कहा कि जब तक नीयत एवं नीति स्पष्ट नहीं होगी तो उसका परिणाम भी अच्छा नहीं हो सकता।
उन्होंने अपने जीवन सफर के संस्मरण का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें बहुत सी बातों का एहसास है। कांग्रेस के माफियाराज के दौर की चर्चा करते हुए सोनवानी के दौर में परीक्षाओं के दौरान चला परिवार वाद किसी से नहीं छिपा। चाचा-भतीजा एक साथ परीक्षा देते थे। हमारी सरकार ने उस सिस्टम को तोड़ने में सफलता पाई है। ओपी ने युवाओं को भरोसा दिलाते हुए कहा मोदी की पार्टी और साय की सरकार सही नीयत व पारदर्शिता के साथ युवाओं के हित में कार्य करती रहेगी।