सारंगढ़/रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। थावे विद्यापीठ पटना, बिहार के तत्वा
वधान में
गत 19-20 अक्टूबर को श्री उदासीन संगत ऋषि आश्रम रानोपाली, अयोध्या, उत्तरप्रदेश में दो दिवसीय अयोध्या अधिवेशन का आयोजन हुआ। अधिवेशन के अन्तर्गत काव्यपाठ, व्याख्यान, लोकार्पण, अलंकरण, संस्कृति संगम एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संचालित हुआ।
व्याख्याताओं के सारगर्भित उद्बोधन और कवियों के सरस काव्यपाठ से उपस्थित श्रोताओं का ज्ञानवर्धन और मनोरंजन हुआ। कला, साहित्य और संस्कृति के विकास के लिये आयोजित इस राष्ट्रीय आयोजन में वरिष्ठ साहित्यकार गौतमसिंह पटेल सालर
(सारंगढ़-बिलाईगढ़
जिला) छत्तीसगढ़ को उनकी सुदीर्घ हिन्दी सेवा, सारस्वत साधना, कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों, शैक्षिक प्रदेयों, महनीय शोधकार्य
, राष्ट्रीय
और अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर थावे विद्यापीठ की अकादमिक परिषद् की अनुशंसा पर 20 अक्टूबर
को 'विद्यावाचस्पति' की मानद् उपाधि से अलंकृत करते हुए इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गयी।
इस
के पूर्व गौतम
सिंह पटेल को भारतीय साहित्य रत्न-बेस्ट राइटर का गौरवपूर्ण एवार्ड, भारतेंदु
हरीश चंद्र हिन्दी सेवी सम्मान, अखिल भारतीय कलाधर सम्मान गीता पर रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने के लिये प्रशस्ति प्रमाण पत्र,विश्व भारती हिन्दी सम्मान राष्ट्रभाषा-सेवक सम्मान,
पत्रकारिता और साहित्य सेवा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिये प्रशस्ति पत्र,ज्योतिष मर्मज्ञ की उपाधि से
6 बार सम्मानित,
ज्योतिष के क्षेत्र में लेखन, शोध और समाज सेवा के लिये सम्मान पत्र इत्यादि अनेक छोटे-बड़े सम्मानोपाधि से विभूषित हो चुके हैं।
विद्यावाचस्पति की मानद उपाधि पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ
. गौतम पटेल को वरिष्ठ साहित्यकार
व पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे ने उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए शुभकामना
भी दी है।