Home रायगढ़ न्यूज यदुवंशियों ने मड़ई महोत्सव में रातभर दिखाई शौर्य कला, बिलाईगढ़-सारंगढ़ की टोली बनी विजेता

यदुवंशियों ने मड़ई महोत्सव में रातभर दिखाई शौर्य कला, बिलाईगढ़-सारंगढ़ की टोली बनी विजेता

by SUNIL NAMDEO EDITOR

मड़ई सांस्कृतिक कार्यक्रम में 300 से अधिक महिला, पुरुष और समाज के वरिष्ठजनों का हुआ सम्मान

रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। भले शहर रायगढ़ गा तिर तिर लगे गोहर… पाइया लगाव अतिथि मन के झोके मोर प्रणाम गा… बजत हावे बांसुरी उड़त हवे धूल गा… नाचत आये नंद कानिहिया खोचे कमल के फुल गा…..जैसे रावत नाच के पारंपरिक दोहा गाते हुए रावत नाच नर्तक दलों ने अपने कला व शौर्य का प्रदर्शन रविवार की रातभर रामलीला मैदान परिसर में किया। यदुवंशियों की टोली पारंपरिक वेशभूषा धारण कर अपनी सभ्यता व संस्कृति को संजोए रखने का संदेश दिया। देर रात तक झूम झूमकर यदुवंशियों ने प्रस्तुति से मन मोह लिया। रावत नाच महोत्सव समिति की ओर से रविवार को 29 वां रावत नाच महोत्सव का आयोजन किया। शौर्य एवं श्रृंगार के नृत्य की प्रस्तुति देते हुए यदुवंशी पारंपरिक दोहा गाते हुए नृत्य करते रहे।

                    रावत नाच महोत्सव समिति के संयोजक शाखा यादव ने बताया कि कार्यक्रम में प्रदेश भर से यदुवंशियों की टोलियां पहुंची। इनके पैरों की थिरकन व लय के आधार पर बेहतर नृत्य प्रस्तुत करने के आधार पर इनका चयन विजेता के तौर पर किया जाएगा। मड़ई महोत्सव के अध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम में 300 से अधिक महिला-पुरुष सहित यादव समाज के लिए अलग–अलग क्षेत्र में काम करने वाले और उत्कृष्ट बच्चों का सम्मान किया गया। रविवार शाम रामलीला मैदान में 29 मड़ई महोत्सव का आयोजन हुआ। प्रदेश के कोने–कोने से आए रावत नाचा नर्तक दलों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी।

       कार्यक्रम की शुरूआत श्रीकृष्ण भागवान के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलित कर हुई। मुख्य अतिथि देवेन्द्र प्रताप सिंह राज्य सभा सदस्य, कार्यक्रम की अध्यक्षता उमेश पटेल पूर्व मंत्री व खरसिया विधायक, विशिष्ट अतिथि के रूप में रामकुमार यादव विधायक चंद्रपुर, जानकी काटजू महापौर, संजीव चौहान उपाध्यक्ष जिंदल स्टील, पुरुषोत्तम अग्रवाल डायरेक्टर संजीवनी नर्सिंग होम रहे।

कार्यक्रम में इनकी रही अहम भूमिका
मंडई महोत्सव के सफल आयोजन में समाज के लोग और पदाधिकारियों का  सहयोग रहा। इनमें मंडई महोत्व के संयोजक शाखा यादव, अध्यक्ष अशोक यादव, जतिराम यादव, गोरख नाथ यादव, गणेश राम यादव, एसडी यादव, डॉ. गोपाल यादव, वासु यादव, संतोष यादव, गोपाल यादव, दिनेश यादव, अमित यादव, दिलीप यादव, गजमोहन यादव, सागर यादव, कमलेश यादव, योगेश यादव राम यादव, आशीष यादव, जय किशन, चमेली यादव, सरोजनी यादव, माया यादव सहित अन्य रहे।

सारंगढ़ की नाचा मंडली अव्वल
मंडई महोत्सव के दौरान अतिथियों ने उद्बोधन दिया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंघ को याद कर दो मिनट का मौन रखा। इसके बाद समाज के पदाधिकारी वृद्धावन यादव को याद कर मड़ई की सफर के बारे में बताया गया। इसके बाद अतिथियों का स्वागत समाज के लोगों के द्वारा की गई। रामकुमार यादव के दोहे के बाद अतिथियों ने हाथ में डंडा लेकर बनाएं गए घेरे में जमकर थिरके। फिर, एक के बाद अन्य जिलों से नृत्य मंडली ने अपनी प्रस्तुति दी। निर्णयकों ने पैरों की थिरकन व लय के आधार पर बेहतर नृत्य प्रस्तुत करने के आधार पर इनका चयन विजेता के तौर पर किया। इसमें बिलाईगढ़-सारंगढ़ की दल प्रथम रही, जिन्हें स्व. वेदराम यादव के स्मृति में अमित यादव द्वारा 15 हजार रुपए व शिल्ड, दूसरे स्थान पर सिलप्रहरी बिलासपुर की टीम जिन्हें 12 हजार व शील्ड समिति व स्व. कृति चंद यादव की स्मृति में वासुदेव यादव ने दिया। तीसरे स्थान पर सक्ती की टीम रही जिन्हें 7 हजार रुपए व शील्ड महावीर अग्रवाल द्वारा दिया गया।

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