सूत्रों का दावा – झरपडीह में शराब के नशे में धुत्त बेटे ने मां पर किया हमला
सारंगढ़ (सृजन न्यूज़)। सारंगढ़-बिलाईगढ़ नए जिले में विकास के नाम पर जहां गति थम गई है, वहीं अवैध कारोबार की बाढ़ सी आ गई है। इन दोनों सारंगढ़ अंचल में सफेद पानी का जहर अवैध रूप से बनाकर पाउच कास्टिंग कर 20 से ₹25 में खुले आम बेचा जा रहा है। इस महुआ शराब के भीतर नशीली गोलियां, उर्वरक और कृषि से जुड़ी घातक दवाइयां को मिश्रण कर बिना कोई मापदंड के शराबियों को बेचा जा रहा है। इसके चलते दिनों दिन अपराधी घटनाएं तो बढ़ रही है, वहीं गली मोहल्ले वालों और गांव के युवाओं की मृत्यु दर दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सूत्रों की माने तो अवैध महुआ शराब के चलते सारंगढ़ नगर सीमा बाबाकुटी से लगे ग्राम झरपडीह में बेटे ने अपनी मां पर तवे-डंडा से हमला करते हुए उसकी जान ही ले ली। इस विषय में कहीं पर भी पुलिस गंभीर नजर नहीं आई। हमले के 3 दिन बीत जाने के बाद वृद्ध महिला की मृत्यु हुई तोअंततः बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
सारंगढ़ अंचल में सफेद पानी का जहर यानी अवैध महुआ शराब की बिक्री की बाढ़ से आ गई है। 20 से ₹25 के पाउच में बिक रहा यह अवैध महुआ शराब गली-मोहल्ले, पान ठेले में आसानी से उपलब्ध हो रहा है। इस शराब में कृषि से जुड़े कई खतरनाक और घातक दवाइयां मिलाई जा रही है। गरीब वर्ग कम कीमत के कारण इसका अधिक सेवन कर रहा है जो अकाल मृत्यु का कारण बनता जा रहा है। दूसरी ओर शराब के नशे में धुत्त नशेड़ी गंभीर अपराधों को आसानी से अंजाम दे रहे हैं।
क्या है पूरा मामला – सूत्रों के अनुसार सारंगढ़ नगर पालिका बाबाकुटी वार्ड क्रमांक 5 से लगे प्रथम ग्राम झरपडीह में दिनांक 7 जुलाई को गांव के ही एक नशेड़ी युवक आरोपी भोजराम सिदार पिता फिरतु सिदार उम्र 32 वर्ष ने नशे में अपनी ही मां के ऊपर तवे डंडा, हाथ-मुक्का से हमला कर दिया। वृद्ध महिला के चेहरे पर गंभीर चोटे आई। इसके बाद परिवार तत्काल सारंगढ़ अस्पताल पहुंचा। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें 8 जुलाई को रायगढ़ रेफर कर दिया गया और वहां से परिवारजनों ने उसे रायपुर के लिए उपचार हेतु निकले, तब तक वृद्ध महिला सावित्री बाई पति फिरतु राम सादर उम्र 65 वर्ष की मौत हो गई। सूत्रों की माने तो उक्त परिवार को नशे का आदि बताया जा रहा है और प्रतिदिन बाप-बेटे और परिवार जन में मारपीट की घटना होते रहने की खबर है। इस घटना के बाद भी पुलिस ने युवक को गिरफ्तार नहीं किया था। गंभीर चोटग्रस्त महिला जो कोमा में जा चुकी थी, 3 दिन बाद उसके मृत्यु के उपरांत पुलिस ने युवक को पकड़ा और उसे जेल भेजते हुए आगे की कार्रवाई जारी है।
इन दिनों पूरे अंचल में शराब की कीमतें बढ़ने के बाद और शराब दुकान दूर होने के कारण गरीब वर्ग आसानी से उपलब्ध होने वाले सस्ते महुआ शराब का धड़ल्ले से सेवन कर रहा है। सूत्रों की माने तो महुआ शराब जिसे बनने में सप्ताह भर से भी ऊपर का समय लगता है, वह नशीली दवाइयां, कृषि उर्वरक के खतरनाक दवाइयां से जल्दी बिक्री हेतु एक दिन में ही तैयार हो जाता है, जो शराबियो के लिए उनकी मृत्यु का कारण बन रहा है। प्रशासन तंत्र इन नशे के कारोबारियों, शराब कोचियों के आगे अब तक चुप्पी साधे बैठा है। अंग्रेजी शराब दुकान से कोई दो-चार पौवा शराब भी लेकर आते रास्ते में पकड़ा जाता है तो बड़े लेनदेन या फिर कार्यवाही की बिजली गिरना तय है, मगर अवैध शराब के कारोबारियों पर अब तक कार्यवाही ना होना किसी बड़ी सेटिंग की ओर इशारा कर रहा है ? क्या नए पुलिस अधिकारी या क्या प्रशासन तंत्र इन असामयिक बढ़ती मौत, गंभीर आपराधिक घटनाएं और सफेद पानी के जहर अवैध महुआ शराब की बिक्री पर लगाम लगा पाएंगे या फिर यह सिलसिला ऐसा ही चलता रहेगा।