भूपेश बघेल के बयान पर भाजपा नेता अरुणधर दीवान और सतीश बेहरा का पलटवार
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। तीजा महोत्सव में रायगढ़ आगमन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दिए बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा महामंत्री द्वय अरुणधर दीवान और सतीश बेहरा ने पूछा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के खिलाफ दर्जनों भ्रष्ट मामलों में चल रही जांच का जिम्मेदार आखिर कौन है?
भाजपा नेताओं का आरोप है कि भूपेश सरकार के दौरान विकास कार्य ठप्प रहे। पूरी सरकार भ्रष्टाचार के आकंठ तक डूबी रही। जेल से होने वाली ट्रांसफर पोस्टिंग का स्मरण कराते हुए कहा पहली ऐसी निर्वाचित सरकार है, जिसने जनमत का दुरुपयोग करते हुए सत्ता की आड़ में जमकर भ्रष्टाचार किया। यही वजह है कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को न केवल विधानसभा, बल्कि लोकसभा चुनाव में भी बेदखल किया और आने वाले स्थानीय नगरीय पंचायत चुनाव में भी कांग्रेस बड़ी हार के लिए तैयार रहे। भाजपा द्वारा आदिवासियों के नेता विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया जाना भी कांग्रेस को रास नहीं आ रहा। विष्णुदेव साय के जरिए कांग्रेस आदिवासियों का विरोध कर रही है।
रायगढ़ विधानसभा में आरोप लगाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को स्मरण कराते हुए कहा रायगढ़ विधान सभा को जनता ने कांग्रेस विधायक प्रकाश नायक को रिकॉर्ड मतों से हराकर ओपी चौधरी को विधायक बनाया है। प्रदेश की जनता कांग्रेस के भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी थी और किसान भी भूपेश की तानाशाही से त्रस्त थे। यही वजह है कि जनता ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया।
विष्णुदेव साय सरकार पर आरोप लगाने के पहले भूपेश को आम जनता को यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार के दौरान दर्जनों प्रशासनिक अधिकारी जेल और बेल में क्यों है ? भ्रष्ट कार्यशैली की वजह से एक दर्जन से अधिक अधिकारियों का कैरियर खराब करने वाले भूपेश बघेल को आरोप लगाने के पहले अपने गिरेबा में झांककर देखना चाहिए। भूपेश द्वारा कर्ज लेने के आरोपों पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी पूरा करने के लिए विष्णुदेव साय सरकार ने कर्ज लेकर किसानों को एक मुश्त धान की राशि दी सुर महिलाओं को पिछले 7 माह से महतारी वंदन के तहत हर माह 709 करोड़ की राशि दी। कर्ज की इस राशि का उपयोग जनहित के लिए उपयोग किया।
चक्रधर समारोह की प्रदेश की अनमोल सांस्कृतिक विरासत निरूपित करते हुए महामंत्री द्वय ने कहा कि कोरोना की आड़ में यह समारोह दोबारा शुरू नहीं किया गया, जबकि अंतिम चुनावी वर्ष में भाजपा के पुरजोर विरोध की वजह से यह समारोह शुरू किया गया। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अपना वादा पूरा करते हुए 10 दिन का चक्रधर समारोह शुरू करते हुए आयोजन की खोई गरिमा को वापस लौटाने का कार्य किया है।