रायगढ़ (सृजन न्यूज)। प्रतियोगी परीक्षाओं के भरोसे छात्राओं के भविष्य का हर कदम निश्चित होता है और इसमें ही यदि गोलमाल हो तो निश्चित ही पढ़े-लिखे छात्रों में मायूसी और मानसिक परेशानियां पैदा होती है।बीजेपी की भारत सरकार के द्वारा आयोजित neet 2024 परीक्षा में खुलेआम धांधली के प्रमाण सामने आए इस पर प्रश्न उठना और कार्यवाही होना आवश्यक है।
कांग्रेस नेता नगेंद्र नेगी, संतोष राय, अनिल चीकू, संजय देवांगन, प्रदीप मिश्रा, यतीश गांधी,मनोज सागर, उसत भट्ट, पिंकू सिंह, भुवाल शुक्ला, संदीप अग्रवाल आदि ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के 19 जिलों के परीक्षा केंद्रों में 43873 के लगभग छात्रों ने बीजेपी की केंद्र सरकार के द्वारा आयोजित नीट की परीक्षा दी थी। इस परीक्षा से पूरे देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी एमबीबीएस के प्रवेशार्थियों ने को उनकी उत्तीर्ण अंक के अनुसार मेडिकल शिक्षा के लिए प्रवेश प्राप्त होता है। इससे पूरे देश, प्रदेश और विदेशों को भी भारत से डॉक्टर मिलते हैं जो जन-जन के स्वास्थ्य के प्रति सजग होते हैं। सन 2024 के नीट परीक्षा में मोदी सरकार के तहत भारत सरकार की जिस संस्था ने परीक्षा आयोजित की थी उसकी क्रियाकलापों पर रोज प्रश्न उठ रहे हैं। संपूर्ण तौर पर इसमें धांधली हुई है। गत दिनों neet के प्रवेश प्राप्त करने वाले मेडिकल के छात्रों के द्वारा इलाज किया जाएगा तो उसका परिणाम मरीजों के लिए हानिकारक होगा।
इन कांग्रेस नेताओं ने संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ प्रदेश में पीएससी की परीक्षाओं का परिणाम के लिए तत्कालीन भाजपा नेता और वर्तमान बीजेपी सरकार के मंत्री ओपी चौधरी ने जिस प्रकार से शिक्षाविद बनकर आरोप लगाया था। अब वह अपनी केंद्र की भाजपा सरकार के द्वारा आयोजित नीट 2024 के परिणामों पर मौन क्यों है। यद्यपि शिक्षा का स्तर और भारत के भविष्य के लिए श्री चौधरी अनेक स्थानों पर व्याखान देते हैं पर जब देश की सबसे बड़ी परीक्षा जो 12 वीं उत्तीर्ण छात्रों को मेडिकल शिक्षा में प्रवेश देती है पर अनेक गंभीर त्रुटियों और गोलमाल के आरोप लगे।जांच का विषय यह भी है कि जिस परीक्षा का 14 जून 2024 को परिणाम आना था उसको लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम 4 जून के दिन ही जारी कर दिया गया। एक साथ 67 बच्चों को संपूर्ण 720 अंक दिए गए। मनमाने ढंग से ग्रेस अंक प्रदाय किए गए। इसमें निरंतर गड़बड़ियां रोज सामने आ रही है जिसमें सर्वोच्च न्यायालय को संज्ञान लेना पड़ रहा है। फिर भी पूरी बीजेपी सरकार और उनके मुखर नेता ओपी चौधरी चुप है। इनको तो भारत के आने वाले भविष्य के लिए आवाज चाहिए जिससे कि भविष्य में neet की में धांधली न हो। गत दिनों आयोजित neet परीक्षा की जांच के लिए श्री चौधरी को सीबीआई जांच के लिए आवाज उठानी चाहिए।
इन कांग्रेस नेताओं संयुक्त रूप से बताया कि लगभग 43873 छात्रों ने छत्तीसगढ़ प्रदेश में नीट 2024 की परीक्षा दी। यह परीक्षा उन्होंने रात-दिन पढ़कर के दी थी क्योंकि उन्होंने अपने भविष्य को निखारना था और बीजेपी की केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ में प्रदेश की प्रतियोगी छात्रों के साथ अन्याय किया। भारत देश के 23 लाख 33 हजार 297 के लगभग छात्रों का भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। इस पर रायगढ़ जिले से बीजेपी सरकार के मंत्री ओपी चौधरी का चुप रहना संदेहास्पद है। स्वयं आईएएस परीक्षा उत्तीर्ण रहे ओपी चौधरी को नीट 2024 के परीक्षा परिणाम पर भी प्रश्न उठाना चाहिए क्योंकि उन्होंने पिछली सरकार के पीएससी भर्ती घोटाले पर आवाज उठाई थी और सीबीआई जांच की मांग की थी। अब उनको वर्तमान में नीट 2024 के परीक्षा में हुए वृहद स्तर पर घोटाले पर भी सीबीआई की जांच की मांग करते हुए नीट 24 की परीक्षा देने वाले छात्रों को उनके हक दिलाने के लिए मुखर होना चाहिए। यह जानकारी कांग्रेस नेता यतीश गांधी ने दी है।