रायगढ़ (सृजन न्यूज)। नगर निगम रायगढ़ के पूर्व एल्डरमैन नरेश गोरख ने शहर सरकार व प्रशासन से कई सवाल किए। वर्तमान में रायगढ़ के 48 वार्डों मे डेंगू को लेकर लोगों में भय का माहौल है और शहर कि सरकार गायब है। लोगों ने उन्हें इसलिए नहीं चुना था कि वो पने फायदे के लिए आपस में भिड़े रहे। वर्तमान कांग्रेस महापौर का कहना है कि मेरी बात कोई नहीं सुन रहा है तो उनके पार्षद खुद अपने ही सरकार के लिए धरने दे रहे हैं, क्योंकि उनके वार्डों में ही काम नहीं हो रहा है।
गोरख ने कहा कि जब से ये शहर सरकार चुनी गई है, तब से आज तक जनहित का एक भी उल्लेखनीय काम नहीं हुआ है। आखिर कहा गया राजस्व का पैसा ? शहर के निचले वार्डों मे मटमैला पानी सप्लाई हो रहा है। अमृत मिशन के नलों से लोगों को वही पानी पीने के लिए मजबूर किया जा रहा है। नल कर में लोगों से वसूली की जा रही। क्या नगर निगम केवल टैक्स वसूली के लिए है। लोगों को सुविधा के नाम पर क्या दिया पिछले पांच वर्षों मे नगर निगम ये बताये। उल्लेखनीय है कि पूर्व में जब भाजपा के विधायक स्व. रोशन लाल अग्रवाल का कार्यकाल था, तब वे खड़े होकर शहर के हर छोटे-बड़े नाले नालियों को साफ करवाते थे। दवा का छिड़काव करवाते थे जिससे डेंगू इतने वृहद स्तर में नहीं फैला था जितना कि आज है।
नरेश का आरोप है कि निगम के उदासीन रवैए के कारण शहर के लोगों में एक अलग ही डर का माहौल है। निःसंदेह कलेक्टर द्वारा लोगों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है डेंगू को लेकर पर इससे क्या होगा, लोग तो जागरूक हैं। वो अपने आसपास साफ साफई का पूरा ध्यान रखे हुए हैं, परन्तु निगम को जो नियमित दवा का छिड़काव करना चाहिये वो नहीं किया जा रहा है। इससे लोगों में कांग्रेस सरकार जो नगर निगम को संचालित कर रही, पर बेहद आक्रोश है। उनका मानना है कि पूर्व में जब नगर निगम भाजपा द्वारा संचालित था तब हमें कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता था। अब निगम में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। कोई नही काम कराने पर उसके अनुसार बोली लगती है। आयुक्त हो या महापौर या वहां का कर्मचारी सब अपने मन से काम कर रहे हैं। इससे आमजन परेशान हैं क्योंकि उनका सुनने वाला कोई नहीं है।
आगे नरेश गोरख कहते हैं कि वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपने तरफ से कांग्रेस के निगम सरकार को भरपूर सहयोग कर रही है, परंतु उनकी उदासीन रवैया की वजह से शहर में कोई काम नहीं हो रहा। बस, वो लोग आपस मे बंदरबांट पर लगे हैं जिससे सीधा नुकसान लोगों को हो रहा है। भाजपा पार्षद हो या कांग्रेस, उनके वार्डों में कोई भी प्रकार के काम नहीं हो रहे। नल में पानी नही आता, सड़कें टूटी फूटी, बिजली व्यवस्था चरमराई है। किसी प्रकार का परमिशन नहीं मिलने से लोगों को भटकना पड़ रहा है। निश्चित ही जनता इन्हें आने वाली नगर निगम चुनाव मे जवाब देगी। निगम प्रशासन डेंगू पर नियंत्रण के लिए प्रत्येक वार्ड मे नियमित दवा का छिड़काव अविलंब शुरु करे ताकि वरना डेंगू से होने वाली मौत की जिम्मेदारी नगर निगम की होगी।