रायपुर (सृजन न्यूज)। खरसिया विधायक उमेश पटेल ने छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए रवि फसलों के नुकसान को विधानसभा में अपने तारांकित प्रश्न के माध्यम से राजस्व मंत्री से पूछा कि प्रदेश में बिगड़े मौसम एवं ओलावृष्टि तथा बेमौसम बारिश से 2023-24 में जून 2024 तक किसानों की फसलों की छतिपूर्ति हेतु कितनी राशि स्वीकृत की गई। कितनी राशि वितरित की गई और कितनी राशि शेष है, साथ ही कितना-कितना मुआवजा देने का नियम है।
श्री पटेल के पूछे गए सवाल पर राजस्व मंत्री ने लिखित उत्तर में बताया कि किसानों को क्षतिपूर्ति हेतु 44 करोड़ 84 लाख 92 हजार 164 रूपए स्वीकृत की गई है। इनमें 23 करोड़ 49 लाख 29 हजार 528 रूपए शेष होना स्वीकार किया। इस प्रकार विधायक उमेश पटेल अपने अतरांकित प्रश्न के माध्यम से सहकारिता विभाग से पूछा कि सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को दिए गए ऋण में बैंक और समितियों में असंतुलन के बारे में जानकारी चाहा।
सहकारिता मंत्री ने लिखित में जवाब दिया कि बैंको में और सहकारी समितियों मे ऋण असंतुलन पाया गया है जिसके कारणों की समीक्षा हेतु कमिटी का गठन होना बताया। इस प्रकार विधायक उमेश पटेल विधानसभा के प्रथम दिन ही सरकार के विफलताओं पर प्रहार किया।
पहले रोज ही सरकार पर गरजे उमेश
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के प्रथम दिवस 22 जुलाई 2024 को विधानसभा में खरसिया विधायक उमेश पटेल ने बलौदा बाजार घटना को लेकर गरजते हुए कहा कि किस तरह से निर्दोष लोगों को जबरन उठाकर जेल में डाला जा रहा है। उन्होंने नाम बताते हुए बताया कि केवल कलेक्ट्रेड के मोबाईल लोकेशन के अधार पर ही गिरफ्तार कर लिए गया। सबसे शर्मनाक बात यह है कि किसी मृत व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पहुंच गई थी। पुलिस द्वारा जबरन लोगों को उठाया जा रहा है और दोषी बनाया जा रहा है। विधायक पटेल ने यह भी कहा कि किस तरह से पुलिस दुर्भावनावश कार्य कर रही है और यह सब सरकार के नियंत्रण और संरक्षण में हो रहा है। इसके लिए सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है।