गृह प्रवेश में कलेक्टर कार्तिकेया गोयल हुए शामिल, जिला प्रशासनिक अफसर भी पहुंचे
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। खुद का पक्का मकान होना हर किसी का सपना होता है और जब वह सपना पूरा होता है तो उसकी खुशियां ही अलग होती हैं। ऐसा ही सपना रायगढ़ में रहने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति के दो बिरहोर परिवारों का आज पूरा हुआ। पीएम जनमन योजना से लैलूंगा के कुर्रा गांव में गुरबारी बिरहोर और रतिराम बिरहोर को आज उनके पक्के मकान की सौगात मिली।
घर का निर्माण पूर्ण होने के बाद पूरे विधि-विधान से गृह प्रवेश की रस्म पूरी हुई। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल आज उनकी खुशी में शामिल होने सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, एडीएम सुश्री संतन देवी जांगड़े, अपर कलेक्टर राजीव कुमार पाण्डेय, एसडीएम लैलूंगा अक्षा गुप्ता, सीईओ जनपद पीएस मरकाम सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों को साथ लेकर पहुंचे, बल्कि गृह प्रवेश की पूजा में हितग्राही परिवारों के साथ सम्मिलित हुए। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने हितग्राहियों को उनके नए घर की बहुत बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपके पक्के घर का सपना पूरा हुआ जिसकी हम सभी को बेहद खुशी है। उन्होंने बताया कि सरकार पीएम जनमन योजना के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के सभी लोगों को दूसरी सभी प्रकार की जनहितैषी योजनाओं से जोड़ते हुए उन्हें पक्के आवास के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में कार्यरत है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के साथ-साथ शासन से अन्योदय राशन कार्ड, उज्जवला गैस कनेक्शन, आयुमान कार्ड योजना का लाभ हितग्राहियों को दिया जा रहा है।
विकास खण्ड मुख्यालय लैलूंगा के ग्राम पंचायत कुर्रा में विशेष पिछड़ी जनजाति बिरहोर समुदाय की श्रीमती गुरबारी बिरहोर रहती हैं। उनके पति दिलसाय का बीते तीन वर्ष पहले निधन हो गया था। खेती-बाड़ी, रोजी-मजदूरी के साथ प्लास्टिक रस्सी से गेरवा बनाकर जीवन-यापन करते हुए वह गांव में अकेली अपने एक कच्चे मकान में रह रही थी। जो बरसात में हर समय परेशानी खड़ी करता था। बारिश के दिनों में उन्हें जहरीले जीव-जन्तुओं का डर बना रहता था। लेकिन जब गुरबारी को पीएम जनमन आवास योजना के अंतर्गत उन्हें पक्का घर स्वीकृत हुआ, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। योजना की किश्तों की राशि से अब अपना पक्का मकान तैयार हो गया है। इसी प्रकार श्री रतिराम बिरहोर के नाम से आवास स्वीकृत हुआ। इनके परिवार में पत्नी के साथ 02 पुत्र एवं पुत्री कुल 06 लोग रहते है। आवास स्वीकृति पूर्व इनका आवास घासफुस, झुग्गी झोपड़ी, कच्चा मकान था। खेती बाड़ी, रोजी-मजदूरी से वे जीवन-यापन करते हैं।
अपने सपनों का आशियाना पाकर हितग्राहियों के चेहरे खुशी से खिले हुए हैं। ये उनका अपना पहला पक्का मकान है। उनके इस सपने को पूरा करने में शासन की योजना ने महती भूमिका निभाई है। इसके लिए हितग्राहियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया है। पक्के घर में रहने से जहां उन्हें बारिश के दिनों में परेशान नहीं होना पड़ेगा तो वहीं अन्य समस्याओं से भी उन्हें अब राहत मिल गई है। आज गृह प्रवेश में कलेक्टर श्री गोयल सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के आने से खुशी दुगुनी हो गई। गौरतलब है कि पीएम जनमन आवास योजना से विशेष पिछड़ी जनजाति के हितग्राहियों को आवास निर्माण के लिए 2 लाख रुपए की राशि दी जाती है।