रायगढ़ (सृजन न्यूज)। देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में अकेली भटक रही एक महिला आखिरकार खाकी वर्दी की संवेदनशीलता से अपनों तक पहुंच ही गई। दरअसल, पुलिस ने मनोरोगी की तरह दिख रही महिला को जब चन्द्रपुर के पास उसके घर गोपालपुर लेकर गई तो परिजनों की जान में जान आई।
कल रात
गश्त दौरान डायल 112 कमांड कंट्रोल रायपुर से कोतरारोड़ राइनो को गोरखा क्षेत्र में गुम महिला (28 साल) मिलने का इवेंट मिला। कोतरारोड राइनो में कार्यरत आरक्षक घनश्याम सिदार और ईआरवी वाहन चालक मौके पर पहुंचे। महिला से उसके नाम, पता पूछताछ पर महिला के बातचीत से महिला परेशान और उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं लगी। आरक्षक घनश्याम सिदार द्वारा थाना प्रभारी कोतरारोड निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी को इवेंट से अवगत कराते हुए बताया कि महिला कभी चन्द्रपुर, कभी परसदा की रहने वाली हूं बता रही
थी।
थाना प्रभारी कोतरारोड द्वारा रायगढ़ और चन्द्रपुर के ग्राम परसदा के सरपंच को महिला की तस्वीरें शेयर कर जानकारी लिया गया जिसमें ग्राम सरपंच ने महिला को उसके गांव की नहीं होना बताएं। देर रात थाना प्रभारी और स्टाफ चंद्रपुर आसपास के गांव में महिला की तस्वीरें शेयर कर गांव के प्रमुख लोगों से महिला के संबंध में पूछताछ किया गया तथा महिला को सखी सेंटर रूकने की व्यवस्था कराये, तभी ग्राम गोपालपुर, थाना चन्द्रपुर के रहवासी ने महिला को उनके गांव की होना बताया। महिला के परिजनों से संपर्क कर थाना कोतरारो
ड बुलाया गया और महिला को सखी सेंटर से थाना लाये।
महिला के परिजनों के थाने आने पर पूछताछ किया गया जिसमें वे महिला को बिना बताए घर से चले जाना और उसकी मानसिक ठीक नहीं होना बताये। कोतरारो
ड पुलिस द्वारा औपचारिकताएं पूर्ण कर महिला को उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया। डायल 112 सेवा एक ऐसा नंबर है जिस पर कॉल करने पर पुलिस, फायर और एंबुलेंस की सुविधा मिलती है। डॉयल 112 में कार्यरत जवान पीड़ित को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास किया जाता है।