रायगढ़ ऑर्थो एंड जनरल हॉस्पिटल से सीरियस केस के ग्रामीण को मिली नई जिंदगी
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। रायगढ़ ऑर्थो एंड जनरल हॉस्पिटल ने 90 बरस के एक ऐसे ग्रामीण को नई जिंदगी दी, जिसके कूल्हे की हड्डी फ्रैक्चर थी। खून की कमी और हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रहे बुजुर्ग का डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर उसे महज दो दिन में ऐसा बना दिया कि वह वॉकर के सहारे चलने लगा है।
दरअसल, पूर्वांचल के ग्राम कोतरलिया में रहने वाला 90 वर्षीय शंकर यादव बीते दिनों अचानक गिर गया। नतीजतन, उसके बाएं पांव का हिप ज्वॉइंट फ्रैक्चर हो गया। ऐसे में चलने-फिरने में अक्षम शंकर की हालत को भांप परिजन उसे रायगढ़ ऑर्थो एंड जनरल हॉस्पिटल लेकर गए। डॉ. अहर्निश अग्रवाल ने शंकर का शारीरिक परीक्षण किया तो पाया कि बुजुर्ग के रीढ़ की हड्डी झुकी हुई थी। यही नहीं, शरीर में खून की कमी थी और हीमोग्लोबिन की मात्रा महज 5 थी। जबकि यह 11 से 12 नार्मल होता है। कुल मिलाकर ऑपरेशन के लिए यह सीरियस केस था।
चूंकि, शंकर का यह प्रकरण रिस्की था इसलिए डॉ. अहर्निश अग्रवाल ने संजीदगी से जांच पड़ताल करते हुए 3 से 4 रोज देखभाल की। फिर एनेस्थीसिया डॉ. आशुतोष अग्रवाल और टीम के साथ वयोवृद्ध का सफल ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दो रोज तक शंकर ने बेड रेस्ट किया। फिर उसे वॉकर देकर चलाने की कवायद की गई। उम्र के इस पड़ाव में हिप ज्वॉइंट फ्रैक्चर का ऑपरेशन होने के तीसरे दिन शंकर ने जब बगैर किसी तकलीफ के चलकर दिखाया तो हॉस्पिटल स्टॉफ की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
कुल मिलाकर कहें तो 90 साल की उम्र में शारीरिक तकलीफ झेलने वाले शंकर अब ऑपरेशन से नवजीवन मिलने के बाद जीने का नया जज्बा दिखाते हुए रायगढ़ ऑर्थो एंड जनरल हॉस्पिटल को जिस तरह आभार व्यक्त कर रहे हैं, वह चिकित्सा विज्ञान के लिए वाकई में गुड न्यूज है।











