झीरम घाटी को लेकर कांग्रेस के संवेदनहीन रवैए पर जमकर बरसे वित्तमंत्री ओपी चौधरी
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। झीरम घाटी की घटना हो या भीमा मंडावी की शहादत या कार्यकर्ताओं की सीरियल किलिंग की घटना को वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने दुर्भाग्य जनक बताते हुए झीरम घाटी की बरसी पर इस मामले को लेकर कांग्रेस के संवेदनहीन रवैए पर जमकर बरसे।
पार्टी के नेताओं की मौत पर भी राजनीति को दुखद बताते हुए ओपी चौधरी ने कहा कि सबूत जेब में लेकर घूमने वाले भूपेश बघेल की सत्ता आने पर सबूत कहां खो गए। कांग्रेस की चुप्पी को संदेहों के कटघरे में खड़े करते हुए वित्त मंत्री ने कहा विपक्ष में हो या सत्ता में कांग्रेस का रवैया शहीदों के परिवार जनों के घावों को कुरेदने वाला रहा। सबूत जेब में लेकर घूमने वालों के पास रिर्पोट को सार्वजनिक करने की हिम्मत तक नहीं थी।
झीरम घाटी मामले में कांग्रेस के रवैए को ओछी करतूत निरूपित करते हुए उन्होंने सगे कहा कि इस घटना को लेकर कवासी लखमा के साथ चरणदास महंत ने जिस तल्खी से बातचीत की, उसका वीडियो आज भी सोशल मंच पर मौजूद है। उमेश पटेल ने एसआईटी से जांच की मांग की थी। भाजपा की रमन सरकार ने केंद्र को एनआईए को जांच का जिम्मा दिया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने न केवल इसकी रिर्पोट को सार्वजनिक कर पाई, अपितु हाई कोर्ट जस्टिज प्रशांत मिश्रा की अगुवाई में गठित कमेटी की रिपोर्ट को सामने लाने की हिम्मत दिखाई।
ओपी चौधरी ने झीरम घाटी के मसले में विष्णुदेव साय के कदम के सवालों का जवाब देते हुए कहा ओपी चौधरी ने कहा साय सरकार पारदर्शिता के साथ इस मामले से जुड़े सभी तथ्यों को सार्वजनिक कर पीड़ित परिवारजनों के सामने जस्टीज फॉर ऑल का नया मिथक स्थापित करेगी।








