Home रायगढ़ न्यूज एनआर इस्पात के खिलाफ ग्रामीणों में सुलगी विरोध की चिंगारी

एनआर इस्पात के खिलाफ ग्रामीणों में सुलगी विरोध की चिंगारी

by SUNIL NAMDEO

23 अक्टूबर को शिवपुरी में होने वाली जन सुनवाई में आपत्ति दर्ज कराने हो रही बैठकें

रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। सामाजिक सरोकार में सक्रिय एनआर इस्पात की मुश्किलें अब बढ़ने लगी है। दरअसल, आगामी 23 अक्टूबर को जनसुनवाई के पहले शिवपुरी सहित आसपास के दर्जनभर गांव के लोग मुखालफत पर उतर आए हैं और वे उद्योग स्थापना के विरोध में आंदोलन की मशाल थामने की ठोस योजना बनाने के लिए लगातार बैठकें भी कर रहे हैं।

                           आपको बता दें कि मेसर्स एनआर आयरन एंड पावर प्रायवेट लिमिटेड की स्थापना के लिए पर्यावरण स्वीकृति को लेकर लाखा के पास पंचायत गेरवानी के ग्राम शिवपुरी स्थित परियोजना स्थल सिंधु फार्म हाउस के समीप प्रशासन द्वारा 23 अक्टूबर को पूर्वान्ह 11 बजे से जनसुनवाई मुकर्रर की गई है। सरकारी नियम के अनुसार अखबारों में जनसुनवाई की बकायदा सूचना भी प्रसारित की गई, ताकि लोग अपनी आपत्ति-सहमति दे सके। यही वजह है कि शिवपुरी में अब एनआर इस्पात की स्थापना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौरे भी छिड़ गया है।

         ग्रामीणों की माने तो रायगढ़ से घरघोड़ा नेशनल हाइवे के किनारे स्थित उद्योगों की चिमनियों से निकलने वाले खतरनाक धुएं ने वैसे ही क्षेत्रवासियों का जीना मुहाल कर रखा है। वहीं, अब एनआर इस्पात के शिवपुरी में दस्तक देने से इलाके का पर्यावरण और भी खराब होने से तरह-तरह की बीमारियां होने की आशंका है। यही नहीं, हरियाली की चादर ओढ़े शिवपुरी में एनआर इस्पात के आ धमकने से वहां की जमीन के भी बांझपन के शिकार होने के ख्याल मात्र से किसान परिवार के माथे पर चिंता की लकीरें खींच जाती है।

            ऐसे में शिवपुरी, देलारी, लाखा सहित इर्द-गिर्द गांव के बाशिंदे अपनी पुश्तैनी जमीन को उद्योग की भेंट चढ़ने के पहले जागरूक होकर बैठकें भी कर रहे हैं। क्षेत्रीय किसानों की माने तो वे जिस भूमि पर बरसों से अपना खून-पसीना बहाते हुए खेती कर परिवार की परवरिश कर रहे हैं, उसे बचाने के लिए वे 23 अक्टूबर की होने वाली जनसुनवाई में पुरजोर विरोध करेंगे। इसके पहले यदि उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर भी होना पड़े तो वे अपना कदम पीछे नहीं करेंगे, बल्कि आखरी सांस तक अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

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