रायगढ़ के मस्जिदों के इमाम और तमाम अशीके रसूल जुलूस में शामिल होकर मनाया जश्न
रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। कला और संस्कारधानी नगरी रायगढ़ में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर सिरातुन्नबी कमेटी के नेतृत्व में इस्लामी तौर तरीके से शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी का आयोजन किया गया। शहर के सभी मोहल्लों के आशिक ए रसूल एक साथ चांदनी चौक में एकत्रित हुए, जहां से जुलूस ए मोहम्मदी शहर के विभिन्न मार्गो का भ्रमण करते हुए जामा मस्जिद पहुंच कर संपन्न हुई।

विदित हो इस वर्ष पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद स अलैहे वसल्लम का 1500वां जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर सिरतुन्नबी कमेटी के तत्वावधान में आयोजित किया गया। इस मौके पर शहर के कई मार्गों को आकर्षक तरीके से सजाया गया था। शहर में गेट लगाया गया था। गेट मे प्यारे आका के इरशाद (उपदेश) लिखे थे। जुलूस-ए-मुहम्मदी में खाने काबा और मस्जिद-ए-नबवी की आकर्षक झांकी भी तैयार की गई थी जो विशेष आकर्षण का केंद्र रही। जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान हजरत मौलाना शाबानुल्लाह मीनाई लखनवी अपने बेहतरीन अंदाज़ मे पैगंबर की शान में नातिया कलाम पढ़ते हुए शहर का भ्रमण किया।

इस दौरान शहर के सभी मस्जिदों के इमाम, मुतवल्ली सहित तमाम मुस्लेमीन इस जुलूस में शामिल होने चांदनी चौक पहुंचे और वहां से एक साथ शहर में नबी की शान में नातिया कलाम पेश करते हुए शहर का भ्रमण किया गया। जुलूस के दौरान तमाम इस्लामी भाई हाथों में इस्लामी झंडा लिए अपने नबी के विलादत की खुशी में नारे तकबीर, नारे रिसालत बुलंद करते हुए अपनी अकीदत पेश किया। शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस के आयोजन को लेकर सिरतुन्नबी कमेटी द्वारा व्यापक तैयारियां की गई थी।

इस दौरान शहर के सभी मोहल्ले से इस्लामी भाई आशिक-ए-रसूल चांदनी चौक पहुंचे, जहां से भव्य विशाल जुलूस पुत्री शाला, गद्दी चौक होते हुए सुभाष चौक से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चौक से सिविल लाइन मजार शरीफ पहुंची, जहां तमाम आशिके रसूल पर फूलों की बारिश की गई। मजार शरीफ में फातिहा ख्वानी के उपरांत सत्तीगुड़ी चौक से हंडी चौक होते हुए जामा मस्जिद पहुंचकर सलातो सलाम करने के बाद जुलुस का समापन हुआ।