जिले के 85 हजार 612 किसानों के खाते में 17 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि हुई अंतरित
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के कार्यक्रम में शामिल होकर पीएम किसान सम्मान निधि योजना के 17वीं किस्त देश के 9.26 करोड़ किसानों के खातों में लगभग 20 हजार करोड़ रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरण किए। इसमें रायगढ़ जिले के कुल 85 हजार 612 किसानों के खाते के 17 करोड़ 31 लाख की राशि डीबीटी के माध्यम से जारी हुआ। रायगढ़ में जिला स्तरीय कार्यक्रम कृषि विज्ञान केन्द्र रायगढ़ में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न गांवों से आये लाभार्थी किसान वर्चुअल कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें मोटे अनाज, औषधि गुण वाले एवं प्रकृति खेती की ओर बढऩा होगा। आज पीएम किसान समृद्धि केंद्रों के माध्यम से किसानों के लिए एक बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माता-बहनों के बिना खेती की कल्पना संभव नहीं है। इसके लिए माता बहनों की भूमिका का विस्तार किया जा रहा है। नमो ड्रोन दीदी की तरह ही कृषि सखी कार्यक्रम ऐसा ही एक प्रयास है, जिसमें कृषि सखी के रूप में कृषि को एक नई ताकत देखने को मिलेगी। इस दौरान श्री मोदी ने सीधे लाभार्थियों के साथ बातचीत कर उनका हाल चाल पूछा। उन्होंने कहा कि अपने किसान भाई-बहनों का जीवन आसान बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। काशी की पवित्र भूमि से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त जारी करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत किसानों को हर चार महीने में 2000 रुपए की राशि तीन किस्तों में सालाना 6000 हजार रुपए मिलते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नौजवान, नारी शक्ति एवं गरीब किसान विकसित भारत का मजबूत स्तंभ है। यहीं कारण है कि मैं अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत इन्हीं के सशक्तिकरण के साथ कर रहा हूं, इसलिए सरकार बनते ही पहला फैसला किसान एवं गरीब परिवार से जुड़े फैसले लिए हैं, जिसमें पीएम आवास के तहत नए घर बनाने हो या पीएम किसान सम्मान निधि को आगे बढ़ना, जिससे करोड़ो कृषक परिवारों को आगे बढ़ने में मदद मिले।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आज के कार्यक्रम में देश के करोड़ों किसान टेक्नोलॉजी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम विकसित भारत के रास्ते को सशक्त करने वाला है। आज करोड़ों लखपति दीदी बनाने के कदम को बढ़ाया गया है। इसमें कृषि सखी के रूप में बहनों की नई भूमिका एवं आय के नए साधन सुनिश्चित होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी ही तेजी से किसान हित के कार्य होते रहेंगे। भारत को हमें दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में कृषि व्यवस्था की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। हमें वैश्विक रूप से सोचना होगा, मार्केट को समझना होगा और दलहन तिलहन में आत्मनिर्भर बनना होगा। हमें कृषि निर्यात में अग्रणी बनना है। जिससे दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर भारत का खाद्य पदार्थ अथवा प्रोडक्ट दिखाना होना चाहिए।
इस अवसर पर डीन डॉ. एके सिंह, उप संचालक कृषि एके वर्मा, एडीए अजय जायसवाल, कृषि वैज्ञानिक डॉ. मनीषा चौधरी, कृषि वैज्ञानिक डॉ. केडी महंत, एडीए श्री भगत, डॉ. सविता आदित्य, डॉ. पटेल, डॉ. एमके साहू, आशुतोष सहित कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।