रायगढ़ (सृजन न्यूज)। पौधरोपण करो कहा जाता है बहुत बार। वर्तमान में लोगों को इसका मतलब समझ में आ रहा है। इतनी भीषण गर्मी क्या आम क्या खास सभी परेशान हैं। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। इसका सबसे बड़ा कारण और जिम्मेदार हम स्वयं हैं।आज समझ आ रहा है पेड़ों की भूमिका। आधुनिक युग खाली किताबों तक पेड़ों का महत्व सीमित हो गया है। किस प्रकार पेड़ जीवनदाता है और हमारी पृथ्वी के लिए पर्यावरण के लिए कितना महत्वपूर्ण है। इस चीज को हम सीख और पढ़कर भी नजरअंदाज कर देते हैं जिसका परिणाम आज हम बहुत रहे हैं। अभी भी समय है।
समाजसेवी प्रकाश निगानिया ने नागरिकों सामाजिक संस्थाओं से करबद्ध अपील की है कि घरों में मोहल्ले में आसपास के क्षेत्र में अपने शहर में पेड़ लगाएं। सामाजिक संस्थाएं जो स्टॉल लगाकर सामग्रियां बांटी है उसमें आप पौधे बांटे। जो जागरूक लोग पेड़ लगाते हैं उनसे भी अपील है कि पौधरोपण के साथ-साथ उसकी रक्षा हो सके इसका भी उपाय करें। वृक्षों की कमी के चलते गर्मी बहुत अधिक बढ़ रही है, कुछ वर्ष पहले वृक्षों की संख्या बहुत अधिक थी परंतु देखा जा रहा है कि कुछ समय से पेड़ों की संख्या कम होती जा रही है। इससे साफ नजर आ रहा है कि लोगों द्वारा वृक्षों की कटाई लगातार की जा रही है।
प्रकाश ने आगे कहा कि वृक्ष लगाएं, जीवन बचाएं, वृक्ष हमारी धरोहर है, वृक्षों के बिना हमारा जीवन संभव नहीं। यह बातें मात्र अधिकारियों द्वारा मीटिंग व कार्यशालाओं तक ही सीमित रहती है
, परंतु जब किसी वृक्ष को काटा जाता है तब यह उनकी नजरों में दिखाई नहीं देता। नगर व आसपास के क्षेत्रों में ऐसा ही चल रहा है जहां विगत लंबे से वृक्षों की कटाई का सिलसिला निरंतर जारी है। परंतु संबंधित विभाग इस विषय पर मौन है, आखिर क्यों? विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा समय-समय पर पौधरोपण आदि कार्यक्रमों का आयोजन कर सामाजिक जनचेतना को जगाने का प्रयास किया जाता है
, परंतु समाज के लोग उस चेतना को गर्त में डालने का प्रयास कर रहा है।
आज के समय में वृक्षों को काटने का कारण है कि मौसम में आए दिन बदलाव आ रहे हैं। मौसम में परिवर्तन होने से जहां आम जनमानस हलाकान परेशान है वहीं प्राकृतिक संतुलन भी गड़बड़ा जाता है। अतः वन विभाग के अधिकारियों से अपेक्षा है कि इन वृक्षों को काटने वालों पर कड़ी कार्रवाई करें जिससे आगामी समय में होने वाली परेशानियों से बचा जा सके।