Home रायगढ़ न्यूज डेंगू और मौसमी बीमारियों के खिलाफ लड़ाई में एनएसएस भी सक्रिय

डेंगू और मौसमी बीमारियों के खिलाफ लड़ाई में एनएसएस भी सक्रिय

by SUNIL NAMDEO EDITOR

तारापुर स्कूल के 200 से अधिक छात्र-छात्राओं का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण

रायगढ़ (सृजन न्यूज)। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तारापुर में चिरायु दल लोईंग के चिकित्सा दल द्वारा विद्यालन एनएसएस इकाई के सक्रिय सहयोग से 200 से अधिक छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आवश्यकता अनुसार आवश्यक परामर्श तथा दवा भी उपलब्ध कराई गई।

            स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात आयोजित एक अहम विचार गोष्ठी में सी.एच.सी. लोइंग द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा एवं डेंगू से बचाव के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूकता का संदेश दिया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिवार की ओर से चिकित्सक दल का स्वागत करते हुए एनएसएस इकाई द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना का बैच लगाकर उन्हें गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान चिरायु दल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. कृष्ण कमल चौधरी आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी तथा वर्तमान में तेजी से फैल रहे डेंगू से बचाव के लिए सतर्कता के बारे में छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया।

                   प्रभारी प्राचार्य एवं एनएसएस के जिला संगठक भोजराम पटेल ने कहा कि स्वास्थ्य हमारा सबसे बड़ा धन है इसलिए इसकी रक्षा की जानी चाहिए आप सभी हमारे चिकित्सकों द्वारा दिए गए परामर्श को अपने दिनचर्या में अमल करें और स्वस्थ एवं सुखी रहें। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस के प्रोग्राम आफिसर व्याख्याता मंजू पटेल ने किया। कार्यक्रम में सीएचसी लोईंग के चिरायु दल से डॉ. अनिता चंद्रा, डॉ. केजी नायक, कुमारी श्वेता पटेल विद्यालय परिवार से प्रधान पाठक कुमार साहू, एनसीसी ऑफिसर व्याख्याता किरण कुमार पटेल, रेडक्रास प्रभारी व्याख्याता चन्द्रशेखर पटेल, फणेन्द्र कुमार पटेल ,चंद्रकांता सिदार, ज्योति देवांगन, सुधाबाला नायक, रीता चौहान, रामेश्वर डनसेना, मनोज कुमार पटेल, श्रीमती किरण पटेल की सक्रिय भागीदारी रही। उक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से विद्यालय के प्रचार प्रभारी रामेश्वर डनसेना ने दी।

नहीं मिले गंभीर बीमारी से कोई भी पीड़ित स्टूडेंट्स

विद्यालय के रेडक्रॉस प्रभारी चंद्रशेखर पटेल ने बताया कि विद्यालय में अध्यनरत 254 में उपस्थित 205 छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिनमें से 18 छात्र एवं 12 छात्राओं को आवश्यकता के अनुरूप दवा उपलब्ध कराई गई । छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य विभाग के बी कैटिगरी अंतर्गत आने वाले सर्दी बुखार खून की कमी, कुपोषण, स्कीन संबंधी बीमारी, कमजोरी इत्यादि के बारे में जांच कर उन्हें विशेष परामर्श दिया गया। किसी भी छात्र – छात्रा में जिला स्तर पर अथवा बड़े चिकित्सकों के पास उपचार हेतु परामर्श के लिए भेजने लायक विशेष अथवा गंभीर बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए।

You may also like