जिले में 3 लाख से अधिक महिलाओं के खातें में हर माह आ रही योजना की राशि
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में प्रारंभ हुई महतारी वंदन योजना आज महिला सशक्तिकरण के नए अध्याय के साथ महिलाओं के जीवन को बदलने में महती भूमिका निभा रही है। प्रदेश सरकार के कार्यकाल को 6 माह पूर्ण हो चुके है। शासन द्वारा 10 मार्च से प्रारंभ हुई योजना से आज रायगढ़ जिले की 3 लाख 6 हजार 299 महिलाए लाभांवित हो रही हैं। महतारी वंदन योजना ने महिलाओं के आर्थिक सहायता के साथ ही सामाजिक न्याय और परिवार पोषण में सहयोग कर रही हैं जिससे महिलाओं के आर्थिक व सामाजिक विकास के साथ बच्चों के पोषण स्तर में सुधार सुनिश्चित हो रही है।
उल्लेखनीय है कि महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन तथा उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत् सुधार तथा परिवार में उनकी निर्णायक भूमिका सुदृढ़ करने हेतु समाज में महिलाओं के प्रति भेदभाव, असमानता एवं जागरूकता की कमी को दूर करने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार करने तथा आर्थिक स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शासन द्वारा छत्तीसगढ़ में ‘महतारी वंदन योजना’ प्रारंभ किया गया है। इसके अंतर्गत पात्र विवाहित महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये की वित्तीय सहायता डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में प्रदाय की जा रही है।
महतारी वंदन योजना की लाभार्थी विकासखण्ड पुसौर की ग्राम आमापाली निवासी श्रीमती पुष्पा महंत बताती है कि पति मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। पति की मृत्यु के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उन पर आ गयी है। इनके दो पुत्री एवं एक पुत्र है जिसमें बड़ी बेटी मानसिक रूप से अस्वस्थ्य है जो कक्षा चौथी में पढ़ती है। दूसरी बेटी कक्षा दूसरी में पढ़ती है तथा सबसे छोटा बेटा 2 वर्ष का है, जिससे परिवार चलाना एवं इनके स्वास्थ्य और शिक्षा के संबंध में आर्थिक खर्चों का वहन करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। वर्तमान में महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने से नियमित रूप से आर्थिक सहायता प्राप्त हो रही है, जिससे बच्चों का पालन-पोषण एवं देखरेख करने में सक्षम हो गई है।
इसी प्रकार विकासखण्ड घरघोड़ा के आंगनबाड़ी केन्द्र बटुराकछार-3 ग्राम पंचायत बटुराकछार के निवासी श्रीमती मनकुंवर राठिया पति अमृत राठिया बताती है कि महतारी वंदन योजना की राशि उनके लिये कितना मददगार साबित हो रही है। श्रीमती मनकुंवर राठिया के पति रोजी मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। वह अपने बच्चों की शिक्षा को लेकर चिंतित रहती थी, अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहती है, परंतु पैसे के अभाव में वह संभव नहीं हो पा रहा था। महतारी वंदन योजना की राशि प्रतिमाह 1000 रूपये उसके खाते में आने लगी है और वह उन पैसों को अपने बच्चों की शिक्षा के लिए बचत कर रही है एवं बच्चों को आगे शहर के अच्छे स्कूल में पढ़ाने की योजना बना रही है ताकि बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके, इस भविष्य निर्माण में महतारी वंदन योजना श्रीमती मनकुंवर राठिया के लिए आर्थिक सुदृढ़ता का साधन बनी है।