Home रायगढ़ न्यूज डॉ. पूर्णिमा पटेल को रसायन शास्त्र में मिली पीएचडी

डॉ. पूर्णिमा पटेल को रसायन शास्त्र में मिली पीएचडी

by SUNIL NAMDEO EDITOR

“पूर्वी छत्तीसगढ़ के औषधीय पौधों का फाइटोकैमिकल विश्लेषण ” विषय पर किया महत्वपूर्ण शोध

रायगढ़ (सृजन न्यूज)। डॉ. पूर्णिमा पटेल ने अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से रसायन विज्ञान में अपनी पीएचडी सफलता पूर्वक पूरी कर ली है। उनके द्वारा “पूर्वी छत्तीसगढ़ के औषधीय पौधों का फाइटोकैमिकल विश्लेषण ” पर आधारित है।

                 यह महत्वपूर्ण शोध कार्य स्थानीय औषधीय पौधों में मौजूद प्राकृतिक यौगिकों की गहराई से जांच करता है जो नए उपचार और चिकित्सा विधियों में संभावित अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। इस प्रकार वैज्ञानिक समुदाय और समाज के कल्याण दोनों में गहराई से योगदान करता है। यह शोध छत्तीसगढ़ की समृद्ध जैव विविधता और हमारे पूर्वजों के विशाल ज्ञान पर केन्द्रित है। यह बताता है कि कैसे उन्होंने जंगलों के साथ सामंजस्य और शांति में जीवन जीने का मार्ग बनाया था।

                            पूर्णिमा पटेल ने यह शोध कार्य शासकीय बिलासा गर्ल्स कॉलेज बिलासपुर के डॉ. प्रो. किरण वाजपई के मार्गदर्शन में पूर्ण की। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एडीएन बाजपेई परीक्षा नियंत्रक डॉ. तरुणधर दीवान, डीआरसी के अध्यक्ष कुरैशी के मार्गदर्शन में हुआ। इसमें अन्य वरिष्ठों का विशेष समर्थन और मार्गदर्शन मिला। साथ ही उनके माता-पिता, परिवार और मित्रों का भी निरंतर प्रोत्साहन भी मिला है। विदित हो कि डॉ. पूर्णिमा पटेल, डभरा (बरमकेला) छत्तीसगढ़ निवासी तथा सेवानिवृत जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. गौरीशंकर पटेल और श्रीमती शशिकला पटेल की पुत्री और कसहीबहरा (पिथौरा) निवासी जितेन्द्र पटेल की पत्नी एवं भगतराम पटेल और श्रीमती कृष्णा पटेल की पुत्रवधु हैं । वर्तमान में वह अपने पति जितेन्द्र पटेल और दो छोटे बेटों आदी पटेल एवं ओम पटेल के साथ पुणे में रहती हैं। जो उनकी सफलता के स्तंभ रहे है, साथ ही उनके ससुराल और परिवार ने भी उनका पूरा साथ दिया है।

              डॉ. पूर्णिमा पटेल का शोध न केवल क्षेत्रीय वनस्पतियों के औषधीय गुणों की हमारी समझ को बढ़ाता है, बल्कि जैव विविधता के संरक्षण के महत्व को भी उजागर करता है। उनका कार्य प्राकृतिक पौधों पर आधारित औषधियों के विकास का मार्ग प्रशस्त करने का वादा करता है। जो वैकल्पिक और पूरक स्वास्थ्य देखभाल, देखभाल समाधान की तलाश करने वाले अनगिनत व्यक्तियों को लाभान्वित कर सकता है। इस प्रक्रिया में उन्होंने विभिन्न अंतराष्ट्रीय पत्रिकाओं में कई अंतराष्ट्रीय शोध लेख प्रकाशित किये, जिन्हें पूरे भारत में सराहा गया है।

          श्रीमती पूर्णिमा पटेल की उपलब्धि पर डॉ. परिवेश मिश्रा गिरीविलास पैलेस सारंगढ़, डॉ. जवाहर नायक लोधिया, डॉ. मुकुन्द नायक नावापाली, पत्रकार मोहन नायक देवगांव, भोजराम पटेल प्राचार्य तारापुर एवं जिला संगठक रासेयो एवं समस्त प्रियजनों परिजनों ने उनकी इस स्वर्णिम उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए अपनी हार्दिक बधाई दी है। अखिल भारतीय अघरिया समाज केंद्रीय समिति के पदाधिकारी एवं समाज के वरिष्ठ जनों ने समाज की बेटी की इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना भी की है।

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