पंचम दिवस के रात्रिकालीन कार्यक्रम में दिखा मानस और सांस्कृतिक नृत्य का अद्भुत संगम
रायगढ़ (सृजन न्यूज़)। शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किशोरी मोहन त्रिपाठी शासकीय कन्या महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुशील कुमार एक्का के निर्देशन, महाविद्यालय की प्राचार्य एनएम गार्डिया के संरक्षण तथा कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नीति देवांगन और सहायक कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार साहू के सहयोगात्मक भागीदारी में ग्राम खैरपुर स्कूल प्रांगण में सात दिवसीय विशेष शिविर आयोजन महाविद्यालय की 55 स्वयंसेविका की सहभागिता से गत 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक ‘ मेरा युवा भारत के लिए युवा ‘ थीम पर संचालित है।
वहां शिविरार्थी छात्राओं द्वारा शासन की विभिन्न योजनाओं के प्रचार -प्रसार के साथ स्वच्छता, नशामुक्ति, नारी सशक्तीकरण, पर्यावरण संरक्षण आदि सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं । शिविर आयोजन के इसी क्रम में पंचम दिवस सांस्कृतिक संध्या पर रासेयो जिला संगठक भोजराम पटेल का आगमन रायगढ़ मानस मंच के कलाकार द्वय उग्रसेन पटेल, नवरतन बिंझवार तथा केजी कॉलेज रासेयो के वरिष्ठ स्वयंसेवक नवीन कुमार और हिमांशु सोनी के साथ हुआ। उनके द्वारा रात्रि में संगीतमय सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर विद्यार्थियों और ग्रामीणों को प्रेरित तथा जागरूक किया गया।
अतिथियों की प्रस्तुति से पूर्व शिविरार्थी छात्राओं द्वारा मनमोहक नृत्य के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी गई। अतिथियों के स्वागत के पश्चात रात्रिकालीन कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित जिला संगठक भोजराम पटेल ने युवा बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि नारी का स्थान संसार में सबसे बड़ा होता है इसलिए कहते हैं, नारी कल भी भारी थी, नारी आज भी भारी है। पुरुष कल भी आभारी था, पुरुष आज भी आभारी है। उन्होंने शिविरार्थी बालिकाओं के रचनात्मक कार्यों की प्रशंसा की और ग्रामीणों से शिविर संचालन में सहयोग की अपील भी की।
कार्यक्रम अधिकारी नीति देवांगन ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया शिविर के सफल आयोजन में महाविद्यालय के पदाधिकारियों के साथ सभी स्वयंसेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कार्यक्रम में डीआर खर्रा (वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी ) ओमप्रकाश प्रधान खण्ड तकनीकी प्रबंधक कृषि विभाग ) जेएल सिदार (वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ) श्रीमती अन्नपूर्णा देवांगन (व्याख्याता ) उपस्थिति रहे।

