रायगढ़ (सृजन न्यूज)। थवाईत महिला समिति का निर्वाचन विगत 16 जून को सर्व सम्मति से किया गया। थवाईत समाज की महिलाओं ने चुनाव में अपने मताधिकार का सदुपयोग करते हुए अपना मुखिया चुना। ऐसे में सर्वाधिक मत पाने वाली दिशा थवाईत अपने समाज की महिला अध्यक्ष चुनी गईं।
अध्यक्ष दिशा थवाईत छुईखदान के गौटिया स्व. बिहारी राम महोबिया और उनकी अर्धांगिनी स्व. श्रीमती शांतिदेवी महोबिया की छोटी सुपुत्री एवं शहर के बेहद मिलनसार व्यक्तित्व के धनी खगेश्वर थवाईत के सुपुत्र उमेश थवाईत (रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष व क्लब के वर्तमान असिस्टेंट गर्वनर) की अर्धांगिनी हैं। दिशा थवाईत के व्यक्तित्व की खासियत यह है कि इनकी प्रारंभिक शिक्षा छुईखदान में हुई। इसके पश्चात इन्होंने स्नातक व स्नातकोत्तर रायपुर गर्ल्स कॉलेज से कीं। वहीं कॉलेज में एनएसएस की सर्वश्रेष्ठ छात्रा भी चुनीं गई थीं।
वहीं स्कूल से कॉलेज स्तर तक दिशा ने सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिनिधित्व कर अपनी विशिष्ट पहचान बनाईं। इसके अतिरिक्त इनको कुकिंग, बेकिंग, पार्लर, फोटोग्राफी में भी विशेष दक्षता है। वहीं इन्होंने कम्प्यूटर में डिप्लोमा भी हासिल किया है। साथ ही वे अपने माता-पिता से सभी से समानता का व्यवहार एवं जीवन में आगे बढ़ते रहने का ज्ञानार्जन ली हैं, जिसका पालन हमेशा पवित्र मन से करती हैं। अब अपने हमसफर उमेश थवाईत के सानिध्य में समाज की सेवा कर जीवन के हर पल को और भी यादगार बना रही हैं। इनकी सुपुत्री प्रांजना व स्परिहा भी इनसे मार्गदर्शन लेकर अपने जीवन में सफलता की ओर अग्रसर हैं।
इनको मिली जिम्मेदारी
थवाईत महिला समाज के चुनाव में अध्यक्ष पद श्रीमती दिशा उमेश थवाईत, उपाध्यक्ष श्रीमती विनीता सुनील थवाईत, कोषाध्यक्ष श्रीमती सीता राजेश थवाईत व सचिव श्रीमती अनुश्री प्रकाश थवाईत को जिम्मेदारी मिली है। इनके विशेष मार्गदर्शन में सामाजिक जनहित के अनेक कार्यों को अब नव्यता व भव्यता दी जाएगी। सभी नवीन पदाधिकारियों को थवाईत महिला समाज की सभी सदस्यों ने उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। थवाईत महिला समाज को संगठित करने में अध्यक्ष दिशा थवाईत, उपाध्यक्ष विनिता थवाईत, सचिव अनुश्री थवाईत, सीता थवाईत, श्रीमती उमा व मालती थवाईत, निधि थवाईत, शालिनी थवाईत, गीता थवाईत, योगिता थवाईत, माया थवाईत, संतोषी थवाईत, दीप्ति, नेहा, ललिता, प्राची, मीरा स्वीटी, सुलोचना, शारदा, नीतू, सुलोचना, पद्मा, उषा, मंजूश्री की विशेष भूमिका रही।